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सोमवार को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। कमजोर मांग के कारण सोना 19 रुपये सस्ता होकर 85,991 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं, चांदी की कीमत भी 160 रुपये गिरकर 96,040 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
सोने की कीमतों में गिरावट क्यों आई?
सोने की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में कमजोरी बताया जा रहा है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अप्रैल महीने के लिए सोने का वायदा भाव 0.02% गिरकर 85,991 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। इस दौरान 16,176 लॉट का कारोबार हुआ।
विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में न्यूयॉर्क में सोने की कीमत 0.05% बढ़कर 2,937.38 डॉलर प्रति औंस हो गई। लेकिन भारत में कमजोर मांग के चलते इसकी कीमत में गिरावट देखने को मिली।
चांदी भी हुई सस्ती
सोमवार को चांदी की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई। MCX पर अप्रैल महीने की डिलीवरी के लिए चांदी की कीमत 160 रुपये घटकर 96,040 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। इस दौरान 16,500 लॉट का कारोबार हुआ।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी की कीमतों में गिरावट का कारण वर्तमान कीमतों पर व्यापारियों द्वारा बिकवाली करना है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में न्यूयॉर्क में चांदी की कीमत 0.47% बढ़कर 32.60 डॉलर प्रति औंस हो गई।
सोने और चांदी की कीमतों में आगे क्या होगा?
- विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में बदलाव और स्थानीय मांग के अनुसार आने वाले दिनों में कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
- यदि डॉलर मजबूत होता है और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड बढ़ती है, तो सोने और चांदी की कीमतों में और गिरावट आ सकती है।
- लेकिन यदि महंगाई बढ़ती है या वैश्विक अस्थिरता बढ़ती है, तो सोने-चांदी की कीमतों में फिर से उछाल आ सकता है।
निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
- यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो गिरावट के समय सोने और चांदी में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
- लेकिन अगर आप शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो बाजार की चाल को ध्यान में रखते हुए निवेश करें।
- विशेषज्ञों की राय लेकर ही किसी बड़े निवेश का फैसला करें।
सोमवार को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जिसका मुख्य कारण कमजोर मांग और अंतरराष्ट्रीय बाजारों का प्रभाव है। हालांकि, आगे की कीमतें वैश्विक आर्थिक हालात और निवेशकों की मांग पर निर्भर करेंगी। इसलिए, यदि आप सोने-चांदी में निवेश करना चाहते हैं, तो सोच-समझकर फैसला लें!