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आजकल स्कूलों और कॉलेजों में दाखिले के लिए माता-पिता बहुत गंभीर नज़र आते हैं, लेकिन कई माता-पिता दस्तावेज़ों को अपडेट करवाने को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि करीब 26.8 लाख बच्चे ऐसे हैं, जिनका आधार कार्ड एक बार बनने के बाद कभी अपडेट ही नहीं करवाया गया।
यह समस्या बहुत बड़ी इसलिए भी है क्योंकि बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक्स अपडेट कराना जरूरी होता है। जब बच्चा बड़ा होता है, तो उसकी उंगलियों के निशान और आंखों की स्कैनिंग में बदलाव आते हैं। अगर ये समय पर अपडेट नहीं किए गए, तो बच्चों को भविष्य में आधार कार्ड से जुड़ी सेवाओं का लाभ लेने में परेशानी हो सकती है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने उठाया बड़ा कदम
अब इस गंभीर समस्या को समझते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव कमल किशोर यादव ने इस पर ध्यान दिया है। उन्होंने हाल ही में सभी ज़िलों के डिप्टी कमिश्नरों को पत्र लिखा है और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा है कि बच्चों के आधार कार्ड समय पर अपडेट किए जाएं।
यह पत्र 27 दिसंबर तक के पेंडिंग आंकड़ों के आधार पर भेजा गया है। इसमें हर ज़िले के बच्चों के आधार अपडेट की पूरी जानकारी दी गई है और इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
आधार अपडेट न करवाने से क्या हो सकती हैं परेशानियाँ?
अगर किसी बच्चे का आधार कार्ड अपडेट नहीं हुआ है, तो भविष्य में कई दिक्कतें हो सकती हैं, जैसे:
- स्कूल और कॉलेज में दाखिला लेने में दिक्कत – कई स्कूल और कॉलेज अब आधार कार्ड को ज़रूरी दस्तावेज़ मानते हैं।
- सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा – बच्चों के लिए कई योजनाएँ चलाई जाती हैं, जिनमें आधार कार्ड ज़रूरी होता है।
- बैंक अकाउंट खुलवाने में दिक्कत – अगर आधार में सही जानकारी नहीं होगी, तो बैंक अकाउंट खोलने में परेशानी हो सकती है।
- आधार से लिंक योजनाओं में रुकावट – भविष्य में अगर बच्चे को किसी सरकारी योजना या पहचान पत्र की ज़रूरत पड़ी, तो आधार कार्ड अपडेट न होने के कारण समस्या आ सकती है।
कब और कैसे कराएं अपडेट?
अगर बच्चे की उम्र 5 साल या 15 साल हो चुकी है, तो आधार अपडेट कराना ज़रूरी होता है। इसके लिए:
- नज़दीकी आधार सेंटर जाएं।
- जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल आईडी या अन्य ज़रूरी दस्तावेज़ ले जाएं।
- उंगलियों के निशान (फिंगरप्रिंट) और आंखों की स्कैनिंग करवाएं।
- आधार कार्ड में नई जानकारी अपडेट करवाएं।
माता-पिता को ज़िम्मेदारी लेनी होगी
यह सिर्फ स्कूल शिक्षा विभाग की ज़िम्मेदारी नहीं है, बल्कि माता-पिता को भी सतर्क रहना होगा। बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए उनका आधार कार्ड समय पर अपडेट कराना जरूरी है। माता-पिता को चाहिए कि वे जल्द से जल्द नज़दीकी आधार सेंटर जाकर इस प्रक्रिया को पूरा करें, ताकि भविष्य में किसी भी परेशानी से बचा जा सके।
आज के समय में आधार कार्ड एक अहम दस्तावेज़ बन चुका है। अगर माता-पिता बच्चों की पढ़ाई और भविष्य को लेकर गंभीर हैं, तो उन्हें उनके आधार कार्ड की बायोमेट्रिक जानकारी अपडेट कराने में कोई लापरवाही नहीं करनी चाहिए। सरकार और स्कूल शिक्षा विभाग इस काम में तेज़ी लाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसमें माता-पिता का सहयोग भी ज़रूरी है। तो अगर आपके बच्चे का आधार अपडेट नहीं हुआ है, तो आज ही इसे कराएं और निश्चिंत रहें!