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भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट ने निवेशकों को बड़ा झटका दिया है। पिछले पांच महीनों में सेंसेक्स 11.54% और निफ्टी 12.65% गिर चुका है, जबकि बीएसई मिडकैप 20% और स्मॉलकैप 22.78% तक गिर गया। इस गिरावट ने लगभग 92 लाख करोड़ रुपये का नुकसान कर दिया है, जिससे निवेशकों में घबराहट बढ़ गई है।
30 साल का रिकॉर्ड टूटा
शेयर बाजार में लगातार पांच महीने गिरावट देखने को मिली है, जो 1996 के बाद पहली बार हुआ है।
- निफ्टी अक्टूबर 2024 से अब तक हर महीने गिरा है और पिछले 5 महीनों में 12% गिर चुका है।
- 1996 में भी ऐसा ही हुआ था, जब जुलाई से नवंबर के बीच निफ्टी 26% तक गिर गया था।
92 लाख करोड़ रुपये साफ, निवेशकों में डर
शेयर बाजार में गिरावट के कारण बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप (Market Capitalization) 92 लाख करोड़ रुपये घट गया।
- 26 सितंबर 2024 को बीएसई इंडेक्स का मार्केट वैल्यू 171 लाख करोड़ रुपये था।
- अब यह 92 लाख करोड़ रुपये तक घट चुका है।
- सिर्फ बीएसई सेंसेक्स की कंपनियों का मार्केट कैप 25 लाख करोड़ रुपये कम हुआ है।
इन शेयरों ने दिया सबसे ज्यादा नुकसान
बीएसई के टॉप 30 में से 28 शेयरों में भारी गिरावट आई है।
- टाटा मोटर्स – 35% गिरावट
- एशियन पेंट्स – 32% गिरावट
- पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन – 30% गिरावट
- इंडसइंड बैंक – 28% गिरावट
हालांकि, कुछ शेयरों ने बढ़त भी हासिल की:
- बजाज फाइनेंस – 12% की बढ़त
- कोटक महिंद्रा बैंक – 2.3% की बढ़त
शेयर बाजार में गिरावट की 5 बड़ी वजहें
- विदेशी निवेशकों (FII) की भारी बिकवाली – विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया।
- अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी – अमेरिका में बॉन्ड का रिटर्न बढ़ने से वहां निवेश बढ़ा और भारतीय बाजार कमजोर हुआ।
- डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट – इससे विदेशी निवेशकों को नुकसान हुआ और उन्होंने पैसा निकालना शुरू कर दिया।
- तीसरी तिमाही में कमजोर कमाई – कंपनियों की तिमाही आय उम्मीद के मुताबिक नहीं आई, जिससे निवेशकों की धारणा कमजोर हुई।
- डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ फैसले – अमेरिका ने चीन, मैक्सिको और कनाडा पर नए टैरिफ लगाए, जिससे वैश्विक बाजार प्रभावित हुआ।
क्या मार्च में भी बाजार गिरेगा?
इतिहास पर नजर डालें तो मार्च का महीना आमतौर पर शेयर बाजार के लिए अच्छा रहा है।
- पिछले 15 सालों में 10 बार बाजार में तेजी देखी गई है।
- 30 साल पहले भी मार्च में बाजार में उछाल आया था।
- इसलिए, विशेषज्ञों का मानना है कि मार्च में बाजार संभल सकता है।
क्या करें निवेशक?
शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद, विशेषज्ञ इसे खरीदारी का अच्छा मौका मान रहे हैं।
- जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार के अनुसार, मार्च में बाजार में सुधार की संभावना है।
- बड़ी कंपनियों (लार्जकैप) के शेयरों के वैल्यूएशन उचित हैं, इसलिए FII की बिकवाली कम हो सकती है।
- लंबी अवधि के लिए अच्छी कंपनियों के शेयरों में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
शेयर बाजार में भारी गिरावट के कारण निवेशकों के 92 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं और बाजार में डर का माहौल बना हुआ है। हालांकि, मार्च में बाजार में सुधार की उम्मीद की जा रही है। निवेशकों के लिए यह घबराने की बजाय समझदारी से निवेश करने का सही समय हो सकता है।