पंजाब सरकार की ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ मुहिम की बड़ी शुरुआत!
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पंजाब में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में पंजाब सरकार ने ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ (नशे के खिलाफ जंग) नाम से एक विशेष अभियान शुरू किया है। सरकार का कहना है कि पंजाब से नशे को पूरी तरह खत्म करना उनका लक्ष्य है, और इसके लिए पुलिस को बड़े स्तर पर मैदान में उतारा गया है।
पुलिस ने पूरे पंजाब में मारा छापा
इस मुहिम के तहत पूरे पंजाब में पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस टीमों को जमीनी स्तर पर उतारा गया है, ताकि नशे की जड़ तक पहुंचा जा सके और ड्रग्स के व्यापार को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
कैबिनेट मंत्रियों को सौंपा गया अलग-अलग जिलों का जिम्मा
पंजाब सरकार ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए कैबिनेट मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी है। कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि पूरी कैबिनेट टीम अलग-अलग शहरों का दौरा करेगी और इस अभियान की निगरानी करेगी।
इन मंत्रियों को अलग-अलग जिलों का जिम्मा दिया गया है:
- हरपाल सिंह चीमा – पठानकोट, गुरदासपुर, नवांशहर, रोपड़, तरनतारन और होशियारपुर
- अमन अरोड़ा – जालंधर, लुधियाना, पटियाला, कपूरथला, मोहाली और अमृतसर
- तरुणप्रीत सिंह सौंद – संगरूर, बरनाला, बठिंडा, मोगा, फतेहगढ़ और मलेरकोटला
- लालजीत सिंह भुल्लर – फरीदकोट, मानसा, मुक्तसर, फिरोजपुर और फाजिल्का
स्वास्थ्य मंत्री देखेंगे मरीजों की हालत
पंजाब सरकार ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर को यह जिम्मेदारी दी है कि वह पूरे पंजाब में स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी करें। वे अस्पतालों और क्लीनिकों का जायजा लेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नशे के आदी मरीजों को सही इलाज मिले।
माताओं और बहनों से की गई खास अपील
कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब की महिलाओं से खास अपील की। उन्होंने कहा कि अगर किसी का बेटा या पति नशे का शिकार हो चुका है, तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं। इससे उसे इस बुरी लत से बाहर निकालने में मदद मिलेगी और नशे की चेन को तोड़ा जा सकेगा।
पंजाब सरकार का सख्त रुख
पंजाब सरकार का कहना है कि यह सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि नशे के खिलाफ जंग है।
- मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।
- सरकार का लक्ष्य पंजाब को नशा मुक्त बनाना है और इसके लिए कोई भी ढील नहीं दी जाएगी।
क्या यह मुहिम सफल होगी?
पंजाब में नशे की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। पहले भी कई बार सरकारों ने नशा खत्म करने के वादे किए, लेकिन समस्या बनी रही।
अब देखना यह होगा कि आम आदमी पार्टी की यह मुहिम कितनी कारगर साबित होती है। अगर सरकार इसे पूरी ईमानदारी और सख्ती से लागू करती है, तो यह पंजाब के युवाओं के लिए एक नई उम्मीद बन सकती है।
पंजाब सरकार ने ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ अभियान की एक मजबूत शुरुआत की है। पूरे राज्य में पुलिस का सख्त एक्शन जारी है और कैबिनेट मंत्री जमीनी स्तर पर इसकी निगरानी कर रहे हैं। सरकार ने पंजाब के लोगों से अपील की है कि वे भी इस लड़ाई में साथ दें, ताकि पंजाब को नशे की गिरफ्त से पूरी तरह आजाद किया जा सके।