
पंजाब सरकार ने ‘युद्ध नशे दे विरुद्ध’ मुहिम के तहत नशा तस्करी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई शुरू कर दी है। अब इस मुहिम को और प्रभावी बनाने के लिए पंजाब पुलिस को एंटी-ड्रोन तकनीक से लैस किया जाएगा। यह जानकारी कैबिनेट सब-कमेटी के चेयरमैन और वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने दी।
ड्रोन के जरिए हो रही तस्करी पर रोक लगाने की तैयारी
पंजाब की सीमा पाकिस्तान से लगती है, जहां से ड्रोन के जरिए नशे, हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी की जा रही है। इस तस्करी को रोकने के लिए सरकार ने नई एंटी-ड्रोन तकनीक अपनाने का फैसला किया है।
हरपाल सिंह चीमा ने घोषणा की कि जल्द ही पंजाब पुलिस को यह अत्याधुनिक तकनीक उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि सरहद पार से होने वाली तस्करी को पूरी तरह से बंद किया जा सके।
कंपनियों ने किया तकनीक का प्रदर्शन
इस संबंध में मुल्लांपुर के पीसीए स्टेडियम में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां तीन कंपनियों ने अपनी एंटी-ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन किया। ये तकनीकें ड्रोन को
- पहचानने
- निष्क्रिय करने
- हवा में ही गिराने
में सक्षम हैं।
तीन प्रकार की तकनीकें होंगी तैनात
प्रदर्शन के दौरान तीन प्रकार की तकनीकों को दिखाया गया –
- पोर्टेबल तकनीक – जो छोटी दूरी के ड्रोन को गिरा सकती है।
- मोबाइल तकनीक – जिसे गाड़ियों में लगाया जा सकता है।
- स्टेशनरी तकनीक – जो स्थायी रूप से एक जगह पर लगाई जाती है और बड़े इलाकों की निगरानी करती है।
केंद्र सरकार की जिम्मेदारी पर उठाए सवाल
कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर का क्षेत्र बीएसएफ (Border Security Force) के अधिकार क्षेत्र में आता है। उन्होंने कहा कि नशा तस्करी को रोकना केंद्र सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है, लेकिन अभी तक इसमें 100 प्रतिशत सफलता नहीं मिली है।
राज्य सरकार की बड़ी पहल
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार ने नशा तस्करों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। इसके लिए जरूरी सभी कदम उठाए जा रहे हैं।
- एंटी-ड्रोन तकनीक से पुलिस को लैस किया जाएगा।
- केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से सलाह लेकर उपकरण खरीदे जाएंगे।
- नशा तस्करों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच के अनुरूप मुहिम
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की सोच के अनुरूप पंजाब सरकार ने नशा मुक्त समाज बनाने की ठान ली है।
राज्य सरकार ने भरोसा दिलाया कि इस लड़ाई में फंड की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
पंजाब सरकार का यह कदम नशा तस्करी पर रोक लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। एंटी-ड्रोन तकनीक से सीमा पार से हो रही नशा तस्करी पर लगाम लगेगी और पंजाब के युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सकेगा। सरकार का लक्ष्य है कि पंजाब को पूरी तरह से नशा मुक्त राज्य बनाया जाए।