
पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र के किसानों को 28 करोड़ रुपये की सौगात दी है। जल स्रोत मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने इस अवसर पर एक नई नहर समर्पित की, जबकि दूसरी नहर के निर्माण के लिए नींव पत्थर रखा गया। इस मौके पर जलालाबाद के विधायक जगदीप कंबोज गोल्डी भी मौजूद थे।
नई नहर से 5500 एकड़ ज़मीन की होगी सिंचाई
कैबिनेट मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने बताया कि यह नहर सुहेला वाला रजबाहा मेन ब्रांच से निकाली गई है। पहले इसकी लंबाई 3.33 किलोमीटर थी, जिसे बढ़ाकर 13.96 किलोमीटर कर दिया गया है। साथ ही, इसकी पानी ले जाने की क्षमता 11.55 क्यूसेक से बढ़ाकर 36.35 क्यूसेक कर दी गई है।
यह प्रोजेक्ट 40 सालों से अधूरा पड़ा था, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे पूरा कर किसानों को बड़ी राहत दी है। इस नहर से 9 गांवों के 5500 एकड़ खेतों को पानी मिलेगा। जिन गांवों को इसका लाभ मिलेगा, वे हैं – चक्क सुहेला वाला, चक्क जानीसर, लद्धू वाला, चक्क ढाब खुशहाल, चक्क पंज कोही, चक्क कबर वाला, चक्क गुलाम रसूल वाला, चक्क बलोचां और बाहमणी वाला।
इस नहर के निर्माण के लिए 23.06 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा, पुल, साइफन, झाल, हेड रेगुलेटर और पाइपलाइन क्रॉसिंग जैसी सुविधाएं भी मुहैया कराई गई हैं।
दूसरी नहर से 2743 एकड़ ज़मीन को मिलेगा पानी
कैबिनेट मंत्री गोयल ने पिंड टाहलीवाला बोडला गांव में चौधरी माइनर नहर के निर्माण की आधारशिला भी रखी। यह नहर 1969 से बंद पड़ी थी। इसकी लंबाई 5 किलोमीटर होगी और इसकी पानी ले जाने की क्षमता 18.26 क्यूसेक होगी।
इससे 6 गांवों – घटियावाली जट्टां, घटियावाली बोडलां, चाहलां, टाहलीवाला बोडला, सिंहपुरा और इस्लामवाला के 2743 एकड़ खेतों को पानी मिलेगा। इस परियोजना पर 5.18 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
सरकार किसानों को पूरा पानी देने के लिए प्रतिबद्ध
मंत्री गोयल ने कहा कि पिछली सरकारों ने सिर्फ किसानों से वादे किए, लेकिन पानी पहुंचाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। अब भगवंत मान सरकार ने यह संकल्प लिया है कि किसानों को खेतों तक पर्याप्त पानी दिया जाएगा।
इससे न केवल खेतों को पानी मिलेगा, बल्कि भूजल स्तर की भी बचत होगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में सभी नहरों को पक्का किया जाएगा, ताकि पानी की बर्बादी को रोका जा सके।
जलालाबाद में 27 करोड़ रुपये से साइलिनिटी (सेम) खत्म करने का प्रोजेक्ट
जलालाबाद इलाके में 27 करोड़ रुपये की लागत से साइलिनिटी (सेम) खत्म करने का प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। दो साल में 29 गांवों से यह समस्या पूरी तरह खत्म कर दी जाएगी।
687 करोड़ की लागत से फिरोज़पुर फीडर नहर बनेगी
जल स्रोत मंत्री ने बताया कि सरकार ने 687 करोड़ रुपये की लागत से फिरोज़पुर फीडर नहर के नवीनीकरण का फैसला किया है। जैसे ही केंद्र सरकार से मंजूरी मिलेगी, इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
यह नहर हरिके पत्तन से फाजिल्का, श्री मुक्तसर साहिब, फरीदकोट और फिरोज़पुर जिलों के किसानों को पानी उपलब्ध कराएगी।
पंजाब सरकार का यह कदम किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। नई नहरों के निर्माण और पुरानी नहरों की मरम्मत से लाखों एकड़ जमीन की सिंचाई होगी। सरकार का मकसद है कि हर किसान को समय पर पर्याप्त पानी मिले, ताकि खेती में सुधार हो और पानी की बर्बादी रोकी जा सके।