
पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ निर्णायक लड़ाई छेड़ दी है। कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने कहा कि राज्य को पूरी तरह नशा मुक्त किया जाएगा और इसके लिए समाज के हर वर्ग का सहयोग जरूरी है। उन्होंने नशा तस्करों को सख्त चेतावनी दी – “या तो नशे का कारोबार छोड़ दो या फिर पंजाब छोड़कर चले जाओ।”
नशे के उन्मूलन के लिए ठोस कदम
कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने मालेरकोटला में अधिकारियों के साथ बैठक कर नशे के खिलाफ उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में शुरू की गई “युद्ध नशों के विरुद्ध” मुहिम तेजी से आगे बढ़ रही है और इससे पंजाब को नशामुक्त बनाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि सरकार का मुख्य उद्देश्य नशे की गिरफ्त में आए लोगों का इलाज कराकर उन्हें स्वस्थ जीवन देना है। इसके लिए सरकारी नशा मुक्ति केंद्रों को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
नशा छुड़ाओ केंद्रों की होगी सख्त निगरानी
मंत्री सौंद ने बताया कि प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्रों की भी जवाबदेही तय की जाएगी। केंद्रों के प्रबंधकों को यह बताना होगा कि वे कितने लोगों का इलाज कर रहे हैं और उनका क्या परिणाम रहा।
नशा छोड़ने वालों को मिलेगा रोजगार
सरकार नशा छोड़ने वालों को पुनर्वास की सुविधा देगी। उन्हें रोजगार प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि वे स्वरोजगार शुरू कर सकें और मुख्यधारा में लौट सकें।
नशा तस्करों की संपत्तियां होंगी जब्त
कैबिनेट मंत्री ने नशा तस्करों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी अवैध संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। पंजाब सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी व्यक्ति दोबारा नशे के धंधे में शामिल न हो।
पिछले कुछ दिनों में पुलिस ने 18 मामलों में 13.3 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियां जब्त की हैं।
नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान
मंत्री सौंद ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि:
- शहरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
- मेडिकल स्टोर्स की नियमित जांच हो।
- निजी नशा मुक्ति केंद्रों की कड़ी निगरानी की जाए।
- गांवों में नशे के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जाएं।
- स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता बोर्ड लगाए जाएं।
सरकारी नशा मुक्ति केंद्रों में कराएं इलाज
मंत्री ने लोगों से अपील की कि अगर कोई उनके परिवार में नशे की गिरफ्त में है, तो उसे सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में लाएं। सरकार उसका मुफ्त इलाज कराएगी और उसे एक नया जीवन जीने का मौका देगी।
बैठक में शामिल अधिकारी और विधायक
इस बैठक में विधायक डॉ. जमीला उर रहमान, विधायक प्रो. जसवंत सिंह गज्जनमाजरा, जिला पुलिस प्रमुख गगन अजीत सिंह, जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन साकिब अली राजा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर सुखप्रीत सिंह सिद्धू और नवदीप कौर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मंत्री ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सरकार की नहीं बल्कि पूरे समाज की है। अगर सभी लोग मिलकर सहयोग करें, तो पंजाब को जल्द ही नशा मुक्त बनाया जा सकता है।