
पंजाब सरकार की ‘युद्ध नशों के खिलाफ’ मुहिम के तहत पंजाब पुलिस ने ऑपरेशन सील-9 शुरू किया है। इस ऑपरेशन का मकसद नशे की तस्करी, गैर-कानूनी गतिविधियों और अपराधियों को दूसरे राज्यों में भागने से रोकना है। इसी के तहत हoshiarpur जिले में 11 इंटर-स्टेट चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जहां सख़्त चेकिंग की जा रही है।
SSP ने किया नाके का निरीक्षण
SSP संदीप कुमार मलिक ने हिमाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित मंगूवाल पुलिस नाके पर जाकर चेकिंग का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पुलिस की सख़्ती का सीधा असर नशा तस्करों और अपराधियों पर पड़ रहा है। अब कोई भी नशे की तस्करी करके आसानी से राज्य की सीमा पार नहीं कर सकता।
तस्करों की संपत्तियां होंगी जब्त
SSP ने बताया कि पंजाब पुलिस नशा तस्करों की काली कमाई से बनाई गई संपत्तियों को जब्त कर रही है। अब तक ₹25 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति फ्रीज की जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि गढ़दीवाला के रहने वाले सतपाल नामक नशा तस्कर की ₹38 लाख से ज्यादा की संपत्ति जब्त करने का आदेश मिल चुका है और इस पर जल्द कार्रवाई होगी।
2025 में अब तक 102 गिरफ्तारी
SSP मलिक ने बताया कि साल 2025 में अब तक 80 केस दर्ज किए जा चुके हैं और 102 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके पास से बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ और अवैध संपत्ति बरामद की है।
नशा तस्करों को सख्त चेतावनी
SSP ने साफ़ शब्दों में कहा कि जो भी नशे का व्यापार करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने नशा तस्करों को चेतावनी देते हुए कहा कि पंजाब पुलिस हर हाल में नशा तस्करी पर रोक लगाएगी और किसी भी कीमत पर अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
नशा मुक्त पंजाब की ओर एक और कदम
ऑपरेशन सील-9 के तहत पुलिस की इस कार्रवाई से यह साफ है कि पंजाब सरकार नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह गंभीर है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है और आने वाले समय में नशा मुक्त पंजाब बनाने का सपना जरूर पूरा होगा।