
मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों के तहत पंजाब में नशे के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान का मकसद राज्य को पूरी तरह से नशा मुक्त बनाना है। सरकार ने साफ कर दिया है कि अब किसी भी नशा तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा।
विधायिका जीवनजोत कौर ने दिया कड़ा संदेश
हल्का पूर्वी की विधायिका जीवनजोत कौर ने जनता की समस्याएं सुनने के दौरान कहा कि नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जो लोग युवाओं की जिंदगी को बर्बाद कर रहे हैं और नशे का कारोबार करके करोड़ों की संपत्ति बना चुके हैं, उनकी संपत्तियों को सरकार जब्त कर रही है। कई जगहों पर इन संपत्तियों को सील करके गिराया भी जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों पर भी गिरेगी गाज
जीवनजोत कौर ने कहा कि सिर्फ नशा तस्कर ही नहीं, बल्कि उनकी मदद करने वाले पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी इस कार्रवाई से नहीं बच पाएंगे। ऐसे लोगों को नौकरी से निकालने के साथ-साथ उनके खिलाफ पुलिस केस दर्ज किए जाएंगे। सरकार का साफ कहना है कि पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।
पिछली सरकारों पर आरोप
विधायिका ने आरोप लगाया कि पहले की पारंपरिक पार्टियों की सरकारों ने नशे को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। उनकी शह पर पंजाब में नशा बढ़ता चला गया और इसका असर हजारों परिवारों की जिंदगी पर पड़ा। लेकिन अब ‘आप’ सरकार पंजाब को नशे से पूरी तरह मुक्त करने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रही है।
‘युद्ध नशा विरोध’ मुहिम का हिस्सा बनें
जीवनजोत कौर ने पंजाब के सभी लोगों से अपील की कि वे ‘युद्ध नशा विरोध’ अभियान का हिस्सा बनें और सरकार का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए पूरा जोर लगाया जा रहा है। जब तक पंजाब से नशे का पूरी तरह खात्मा नहीं हो जाता, यह अभियान जारी रहेगा।
पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ सख्त मोर्चा खोल दिया है। नशा तस्करों की संपत्तियां जब्त की जा रही हैं और उनके सहयोगियों पर भी कार्रवाई हो रही है। अब जनता की भी जिम्मेदारी है कि इस मुहिम में सरकार का साथ दें और पंजाब को नशा मुक्त बनाने में योगदान दें।