
उत्तर प्रदेश के संभल में होली को लेकर सीओ अनुज चौधरी के बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। उनके बयान का कई मुस्लिम संगठनों और विपक्षी दलों ने विरोध किया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अनुज चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर अधिकारी ही नकारात्मक बातें करेंगे, तो समाज में सौहार्द कैसे बना रहेगा?
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सीओ अनुज चौधरी की आलोचना की। उन्होंने लिखा,
“जिन अधिकारियों को होली और ईद के गले मिलने में समानता देखनी चाहिए, अगर वे ही नकारात्मक बातें करेंगे, तो भाजपा सरकार में सौहार्द कैसे बना रहेगा?”
अखिलेश यादव का कहना है कि प्रशासन का काम शांति बनाए रखना है, न कि समाज में भेदभाव फैलाना।
क्या था सीओ अनुज चौधरी का बयान?
इस बार होली और जुमे का दिन एक साथ पड़ रहा है, यानी 08 मार्च 2025 को शुक्रवार है और उसी दिन होली भी मनाई जाएगी। इसे लेकर संभल के सीओ अनुज चौधरी ने बयान दिया, जो विवाद का कारण बन गया।
उन्होंने कहा था,
“जुमा साल में 52 बार आता है, लेकिन होली साल में सिर्फ एक बार आती है। अगर मुस्लिम समुदाय के लोग मानते हैं कि होली के रंगों से उनका धर्म प्रभावित होगा, तो वे उस दिन घर से बाहर न निकलें। अगर होली के दौरान कोई उपद्रव करता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम संभल में शांति बनाए रखेंगे।”
उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों और मुस्लिम संगठनों ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि अधिकारी को ऐसा भेदभावपूर्ण बयान नहीं देना चाहिए था।
सपा सांसद रामगोपाल यादव ने भी जताई नाराजगी
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने भी सीओ अनुज चौधरी के बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा,
“संभल के सीओ अनुज चौधरी पहले भी दंगे करवा चुके हैं। वे हमेशा विवादित बयान देते हैं और कानून-व्यवस्था खराब करने की बात करते हैं। जब कभी सरकार बदलेगी, तो ऐसे लोग जेल में होंगे।”
बवाल क्यों मचा?
संभल में होली और जुमे के दिन को लेकर प्रशासन की जिम्मेदारी थी कि वह सभी धर्मों के लोगों को आपसी भाईचारे से त्योहार मनाने के लिए प्रेरित करे। लेकिन सीओ अनुज चौधरी का बयान इस विवाद का कारण बन गया। विपक्ष का आरोप है कि भाजपा सरकार में अधिकारी खुलेआम पक्षपातपूर्ण बयान दे रहे हैं, जिससे समाज में तनाव बढ़ सकता है।
क्या होगा आगे?
अब यह देखना होगा कि सरकार इस विवाद पर क्या कदम उठाती है। क्या सीओ अनुज चौधरी पर कोई कार्रवाई होगी या फिर मामला यूं ही शांत हो जाएगा? फिलहाल, विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है और सवाल उठा रहा है कि ऐसे अधिकारियों को किसकी शह मिल रही है?