
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा की अंग्रेजी की परीक्षा रद्द कर दी है। यह फैसला पेपर लीक की संभावना को देखते हुए लिया गया है। परीक्षा मार्च 2025 सत्र के लिए होनी थी, लेकिन अब इसे सभी परीक्षा केंद्रों पर रद्द कर दिया गया है।
कैसे हुआ मामला सामने?
दरअसल, चंबा जिले के चौवारी में स्थित सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों ने गलती से 10वीं की जगह 12वीं कक्षा का अंग्रेजी का प्रश्नपत्र खोल दिया। इससे परीक्षा से पहले ही पेपर बाहर आ गया।
जानकारी के अनुसार,
10वीं कक्षा की अंग्रेजी की परीक्षा 7 मार्च को होनी थी।
12वीं कक्षा की अंग्रेजी की परीक्षा 8 मार्च को थी।
लेकिन 7 मार्च को ही 12वीं का पेपर गलती से खोल दिया गया। इसके बाद बोर्ड ने मामले की गंभीरता को देखते हुए परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया।
गुप्त शिकायत के बाद खुलासा
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड को 7 मार्च को एक गुप्त शिकायत मिली थी। इस शिकायत में बताया गया कि 12वीं का अंग्रेजी प्रश्नपत्र समय से पहले खोल दिया गया है।
बोर्ड ने तुरंत इस मामले की जांच शुरू की। नई निगरानी प्रणाली ‘एग्जाम मित्र ऐप’ से वीडियो सबूत इकट्ठा किए गए। इन वीडियो से पुष्टि हुई कि पेपर समय से पहले खोला गया था।
बोर्ड ने क्या कहा?
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव विशाल शर्मा ने बताया कि इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा की निष्पक्षता और सुरक्षा सबसे जरूरी है।
उन्होंने कहा,
“हम परीक्षा की प्रक्रिया को साफ-सुथरा और पारदर्शी बनाए रखना चाहते हैं। इसलिए बोर्ड के अध्यक्ष ने पूरे राज्य में 12वीं की अंग्रेजी परीक्षा को तुरंत रद्द करने का फैसला लिया है।”
अब क्या होगा?
बोर्ड ने साफ कर दिया है कि गलती करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। परीक्षा की नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। विद्यार्थियों को सलाह दी गई है कि वे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से ही नई जानकारी लें।
क्या छात्रों को परेशानी होगी?
इस फैसले से 12वीं कक्षा के छात्रों को थोड़ी परेशानी हो सकती है, क्योंकि उन्हें अब दोबारा परीक्षा के लिए तैयारी करनी होगी। लेकिन यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि किसी को भी गलत तरीके से फायदा न मिले।
बोर्ड ने कहा है कि छात्रों की मेहनत बेकार नहीं जाएगी और जल्द ही परीक्षा की नई तारीख की घोषणा की जाएगी। अब देखना होगा कि बोर्ड इस गलती के लिए कौन-से कड़े कदम उठाता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या नियम बनाए जाते हैं।