
जलंधर को नशामुक्त बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। पुलिस कमिश्नर श्रीमती धनप्रीत कौर ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने) की नीति अपनाई जाए। उन्होंने कहा कि इस बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए लोगों की भागीदारी बहुत जरूरी है और इसे एक जन आंदोलन बनाया जाना चाहिए।
सख्त कार्रवाई के निर्देश
👉 नशा तस्करों पर कड़ी नजर – पुलिस कमिश्नर ने कहा कि जो भी व्यक्ति इस घिनौने अपराध में शामिल होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
👉 ड्रग सप्लाई चेन तोड़ने पर फोकस – पुलिस की प्राथमिकता नशे की सप्लाई चेन को पूरी तरह खत्म करना और ड्रग तस्करों को जेल भेजना है।
👉 हर थाना प्रभारी होगा जिम्मेदार – हर थाना प्रभारी (SHO) अपने क्षेत्र में नशे की बिक्री के लिए सीधा जिम्मेदार होगा। अगर किसी इलाके में नशे का कारोबार चलता है, तो वहां के अधिकारी पर कार्रवाई होगी।
पुलिस की रणनीति और जनता की भागीदारी
✅ पुलिस आम जनता से अधिक से अधिक सहयोग लेने की योजना बना रही है, ताकि नशा बेचने वालों की पहचान कर उन पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
✅ कमिश्नर स्वयं इस अभियान की निगरानी करेंगी और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
✅ इस मुहिम के तहत, पुलिस तस्करों के साथ-साथ उनके मददगारों पर भी कार्रवाई करेगी।
कमिश्नर का संकल्प – “नशा खत्म करके ही चैन लूंगी”
श्रीमती धनप्रीत कौर ने कहा, “जब तक जलंधर से नशे का एक भी अंश मौजूद है, मैं चैन से नहीं बैठूंगी।”
उन्होंने अधिकारियों को बिना थके इस अभियान को जारी रखने का आदेश दिया और कहा कि इसमें कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी।
जनता से अपील
👉 अगर आपको कहीं भी नशे की बिक्री या तस्करी की जानकारी मिलती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
👉 यह लड़ाई सिर्फ पुलिस की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है। अगर हम सब मिलकर प्रयास करें, तो जलंधर को नशा मुक्त बनाया जा सकता है।
इस मुहिम का मकसद युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाना और एक स्वस्थ समाज का निर्माण करना है।