
बठिंडा – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज केंद्रीय विश्वविद्यालय के 10वें कन्वोकेशन समारोह में शामिल हुईं। इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, कुलपति राघवेंद्र प्रसाद तिवाड़ी, और कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां भी मंच पर मौजूद थे।
समारोह की शुरुआत और कुलपति का संबोधन
कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति की स्वीकृति के बाद राष्ट्रीय गान से हुई। समारोह में कई विश्वविद्यालयों के शिक्षक और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी पहुंचे। कुलपति राघवेंद्र तिवाड़ी ने बताया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय में आधुनिक शोध और नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सिर्फ 16 वर्षों में विश्वविद्यालय ने शानदार प्रगति की है। विश्वविद्यालय का स्कोपस इंडेक्स 102 को पार कर चुका है और अब तक 3,617 शोध प्रकाशन हो चुके हैं। इसके अलावा, 79,509 से अधिक शोध पत्रों का हवाला स्कोपस डेटाबेस में दर्ज किया गया है।
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय को 101 करोड़ रुपये से अधिक की शोध अनुदान राशि प्राप्त हुई है और अब तक 250 से अधिक शोध परियोजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं।
वैश्विक पहचान और शोध में उपलब्धियां
👉 विश्वविद्यालय के 17 फैकल्टी सदस्य और एक शोध विद्वान को विश्व प्रसिद्ध स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा “टॉप इंटरनेशनल साइंटिस्ट” सूची (2024) में शामिल किया गया है।
👉 प्रोफेसर राज कुमार को राष्ट्रपति द्वारा विजिटर्स अवार्ड 2023 (जीव विज्ञान) से सम्मानित किया गया।
छात्रों की राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां
👉 केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने 15वीं और 16वीं नेशनल यूथ पार्लियामेंट प्रतियोगिताएं जीतकर अपनी प्रतिभा साबित की है।
👉 विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने गणतंत्र दिवस परेड और एआईयू यूथ फेस्टिवल में भी भाग लिया।
👉 हर साल कई छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने 9 छात्रों को किया सम्मानित
इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 9 छात्रों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया, जिनमें 8 लड़कियां शामिल हैं।
राज्यपाल का प्रेरणादायक संदेश
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय वैश्विक मानकों पर खरा उतर रहा है। उन्होंने छात्रों के माता-पिता का भी धन्यवाद किया और कहा कि यही युवा भारत का भविष्य हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों से मेहनत करने का आग्रह करते हुए कहा कि उनकी सफलता से भारत विश्व शक्ति बनेगा।
बठिंडा का ऐतिहासिक महत्व
राज्यपाल ने इस अवसर पर बठिंडा की ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह भूमि दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी से जुड़ी हुई है और यहां स्थित दमदमा साहिब सिख धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की प्रेरणा का भी जिक्र करते हुए छात्रों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करने की सलाह दी।
केंद्रीय विश्वविद्यालय, पंजाब तेजी से शिक्षा और शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रपति और राज्यपाल की उपस्थिति में आयोजित इस भव्य कन्वोकेशन समारोह ने छात्रों और शिक्षकों का उत्साह और बढ़ा दिया है। यह विश्वविद्यालय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पंजाब का नाम रोशन कर रहा है।