
राज्यसभा सांसद डॉ. विक्रमजीत सिंह साहनी ने आज संसद में अंधविश्वास, काले जादू और चमत्कारों के नाम पर मासूम लोगों के शोषण को रोकने के लिए एक सख्त कानून बनाने की मांग की।
अंधविश्वास के कारण लोग हो रहे हैं शोषित
डॉ. साहनी ने संसद में चिंता जताते हुए कहा कि देशभर में लाखों लोग झूठे चमत्कारों और अंधविश्वास के झांसे में आकर ठगी के शिकार हो रहे हैं। कई ठग और फर्जी साधु-तांत्रिक धार्मिक आस्था का गलत इस्तेमाल करके भोले-भाले लोगों को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग अंधविश्वास के जरिए जबरन धर्म परिवर्तन को बढ़ावा दे रहे हैं, जो बेहद खतरनाक है।
महाराष्ट्र में पहले से बना है कानून
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि महाराष्ट्र सरकार पहले ही काले जादू और अंधविश्वास के खिलाफ कानून बना चुकी है, जिससे ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस कानून के तहत अंधविश्वास फैलाने और लोगों को धोखा देने वालों के खिलाफ सख्त सजा का प्रावधान किया गया है।
राष्ट्रीय स्तर पर सख्त कानून की जरूरत
डॉ. साहनी ने मांग की कि ऐसा ही एक राष्ट्रीय कानून पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए ताकि मासूम लोगों को गुमराह करके उनका शोषण करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो सके। उन्होंने संसद से अपील की कि ऐसे अपराधों को रोकने के लिए कड़े नियम बनाए जाएं और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत
उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ कानून बनाना ही काफी नहीं होगा, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाना भी जरूरी है ताकि लोग अंधविश्वास और झूठे चमत्कारों के झांसे में न आएं। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि विज्ञान और तर्क की शक्ति को अपनाएं और अंधविश्वास से बचें।