
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भारत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राजदूत डॉ. अब्दुलनासर जमाल अलशाली से मुलाकात की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पंजाब और यूएई के बीच द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था।
मुख्यमंत्री ने पंजाब को “अवसरों की भूमि” बताते हुए राज्य की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था, औद्योगिक क्षमता और तेजी से विकसित हो रहे कारोबारी माहौल पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पंजाब और यूएई के बीच व्यापार और निवेश की स्वाभाविक साझेदारी है, जिससे दोनों पक्षों को लाभ हो सकता है।
पंजाब की कृषि शक्ति और यूएई की खाद्य आवश्यकताएं
बैठक में मुख्यमंत्री मान ने पंजाब की अनाज उत्पादन क्षमता, डेयरी उद्योग और कृषि-प्रसंस्करण के मजबूत आधार की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि पंजाब यूएई की खाद्य सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने आईटी, लॉजिस्टिक्स, हेल्थकेयर और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों में मिलकर काम करने से दोनों पक्षों को नए आर्थिक अवसर मिल सकते हैं और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
संयुक्त कार्य समूह बनाने का प्रस्ताव
पंजाब सरकार और यूएई के बीच सहयोग को ठोस दिशा देने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह (Joint Working Group) बनाने का प्रस्ताव रखा गया। यह समूह संभावित क्षेत्रों की पहचान करेगा और व्यापार व निवेश को बढ़ाने के लिए रणनीतियां तैयार करेगा।
बैठक में एक महत्वपूर्ण मुद्दा पंजाब और यूएई के शहरों के बीच सीधी हवाई सेवाओं की आवश्यकता थी। यूएई के राजदूत ने अमृतसर और चंडीगढ़ (मोहाली) हवाई अड्डों से यूएई के लिए सीधी उड़ानों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया।
सीधी उड़ानों की मांग पर मुख्यमंत्री का आश्वासन
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आश्वासन दिया कि वे इस मांग को जल्द ही केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के सामने रखेंगे। उन्होंने कहा कि यूएई स्थित एयरलाइनों के माध्यम से सीधी उड़ानों की अनुमति के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सीधी उड़ानों से पंजाब के हजारों प्रवासी भारतीयों, व्यापारियों और पेशेवरों को काफी सुविधा मिलेगी। इससे व्यापार, पर्यटन और यात्रा में तेजी आएगी और लोगों को दिल्ली या अन्य शहरों से उड़ान पकड़ने की परेशानी से मुक्ति मिलेगी।
बेहतर हवाई संपर्क से मजबूत होंगे आर्थिक रिश्ते
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर हवाई संपर्क न केवल आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि यात्रियों की कठिनाइयों को भी कम करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस समस्या के समाधान से पंजाब और यूएई के बीच और अधिक आर्थिक संभावनाएं पैदा होंगी।
पंजाब-यूएई संबंधों को नई ऊंचाई देने की योजना
यह बैठक पंजाब और यूएई के बीच व्यापार और निवेश साझेदारी को नए स्तर पर ले जाने के साझा दृष्टिकोण के साथ समाप्त हुई। दोनों पक्षों ने दीर्घकालिक आर्थिक सहयोग और रणनीतिक साझेदारी पर ध्यान केंद्रित किया।
बैठक में पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे, जिनमें कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध, मुख्य सचिव केएपी सिन्हा, अतिरिक्त मुख्य सचिव तेजवीर सिंह और इन्वेस्ट पंजाब के सीईओ अमित ढाका उपस्थित थे।
इस बैठक से साफ संकेत मिलता है कि पंजाब सरकार यूएई के साथ व्यापार और निवेश के अवसरों को बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। आने वाले दिनों में दोनों पक्षों के बीच और ठोस समझौते होने की उम्मीद है, जिससे पंजाब के व्यापारियों, किसानों और उद्योगपतियों को नया वैश्विक बाजार मिल सकेगा।