
पंजाब में ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत शुक्रवार को पुलिस ने 578 जगहों पर छापेमारी की और इस दौरान 147 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 2.8 किलोग्राम हेरोइन, नशीली दवाइयाँ, 3.8 लाख रुपये की ड्रग मनी और अन्य अवैध सामग्री बरामद की। इस अभियान की शुरुआत हुए अब तक कुल 13 दिन हो चुके हैं और इस दौरान कुल 147 तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
नशे के खिलाफ सरकार का बड़ा अभियान
पंजाब में बढ़ती नशे की समस्या को देखते हुए राज्य सरकार ने ‘युद्ध नशों के खिलाफ’ नामक विशेष अभियान की शुरुआत की है। इस मुहिम के तहत पुलिस और एंटी-नार्कोटिक्स टीमों ने राज्यभर में 270 से ज्यादा जगहों पर दबिश दी। इस ऑपरेशन में 103 उच्च अधिकारी और 2400 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल हुए।
कई शहरों में छापेमारी, बड़े पैमाने पर जब्त की गई ड्रग्स
‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के अंतर्गत पुलिस ने पंजाब के विभिन्न शहरों में 578 जगहों पर छापे मारे। इस दौरान धूड़ी में रेलवे ओवरब्रिज के पास बाझीगर बस्ती में भी छापेमारी की गई। पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं, जिनकी जांच जारी है।
अभियान के दौरान पुलिस ने कुल 2.8 किलोग्राम हेरोइन, भारी मात्रा में अन्य नशीले पदार्थ, और 3.8 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं। ये पैसा नशे की तस्करी से कमाया गया बताया जा रहा है।
नशे के कारोबार पर कसा शिकंजा
स्पेशल डीजीपी (कानून और व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि यह छापेमारी अभियान मुख्यमंत्री भगवंत मान की नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यभर में 147 से ज्यादा नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। अब तक इस पूरे अभियान में 1821 जगहों पर छापे मारे जा चुके हैं, जिसमें 1821 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
संगरूर में विशेष कार्रवाई
संगरूर जिले में ए.डी.जी.पी. प्रवीण सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस ने रेलवे ओवरब्रिज के पास बाजीगर बस्ती इलाके में बड़ी कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने कई नशा तस्करों को हिरासत में लिया और बड़ी मात्रा में हेरोइन और अन्य नशीले पदार्थों को जब्त किया।
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा कि पुलिस विभाग नशे के कारोबार को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। छापेमारी के दौरान 103 उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में 2400 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे। उन्होंने बताया कि इस दौरान 103 गज़टेड अधिकारियों की देखरेख में 270 से ज्यादा पुलिस टीमों ने 917 से अधिक संदिग्धों की तलाशी ली।
नशे के खिलाफ सरकार की कड़ी कार्रवाई
पंजाब सरकार ने राज्य को नशामुक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नशा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उन्होंने जनता से भी अपील की है कि अगर उनके आसपास कोई नशे से जुड़ी गतिविधि होती है, तो तुरंत प्रशासन को इसकी जानकारी दें।
जनता ने किया सरकार का समर्थन
इस मुहिम को लेकर पंजाब की जनता ने भी सरकार का पूरा समर्थन किया है। कई सामाजिक संगठनों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। लोगों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से ही पंजाब को नशे के दलदल से बाहर निकाला जा सकता है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि नशे के खिलाफ यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक पंजाब पूरी तरह से नशामुक्त नहीं हो जाता। उन्होंने यह भी कहा कि नशा कारोबार में शामिल लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
पंजाब सरकार की ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ मुहिम से अब तक 1821 नशा तस्करों की गिरफ्तारी हुई है, और लाखों रुपये की ड्रग मनी और नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। यह राज्य को नशामुक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे इस लड़ाई में प्रशासन का साथ दें और पंजाब को नशा मुक्त बनाने में योगदान दें।