
पंजाब के पवित्र शहर श्री आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ के ऐतिहासिक पर्व होला-महल्ला को बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस राष्ट्रीय त्योहार के दूसरे दिन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ तख्त श्री केसगढ़ साहिब पहुंचे, जहां उन्होंने माथा टेका और श्रद्धालुओं को होला-महल्ला की शुभकामनाएं दीं।
इस मौके पर पंजाब सरकार के कई मंत्री भी उनके साथ मौजूद रहे, जिनमें कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, हरदीप सिंह मुंडियां और आनंदपुर साहिब के विधायक हरजोत सिंह बैंस शामिल थे। मुख्यमंत्री ने संगत के साथ मिलकर पवित्र स्थान पर मत्था टेका और गुरु महाराज का आशीर्वाद लिया।
क्या है होला-महल्ला?
होला-महल्ला एक ऐतिहासिक पर्व है जिसे गुरु गोबिंद सिंह जी ने शुरू किया था। यह होली के अगले दिन मनाया जाता है और इसमें खालसा पंथ की वीरता, शक्ति और अनुशासन का प्रदर्शन किया जाता है। इस दिन सिख योद्धा घुड़सवारी, गतका (पारंपरिक मार्शल आर्ट), तलवारबाजी और अन्य युद्ध कौशल का प्रदर्शन करते हैं। लाखों की संख्या में श्रद्धालु आनंदपुर साहिब पहुंचते हैं और इस उत्सव का हिस्सा बनते हैं।
मुख्यमंत्री ने संगत को दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि होला-महल्ला सिर्फ एक धर्म या समुदाय का त्योहार नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवता का पर्व है। उन्होंने कहा कि हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आनंदपुर साहिब आते हैं और गुरु महाराज के चरणों में मत्था टेकते हैं।
नए जत्थेदार की नियुक्ति पर बोले मुख्यमंत्री
नए जत्थेदार की नियुक्ति के सवाल पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह एक धार्मिक मुद्दा है और आज के पवित्र दिन पर वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।
आनंदपुर साहिब के विकास पर सरकार का ध्यान
आगे बोलते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आनंदपुर साहिब के बुनियादी ढांचे को विकसित करना और इसकी तरक्की सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने घोषणा की कि यहां जल्द ही एक मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल बनाया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। इसके अलावा, क्षेत्र में अन्य आवश्यक विकास कार्य भी जल्द पूरे किए जाएंगे।
त्योहार के दौरान भव्य आयोजन
होला-महल्ला के दौरान सिख वीरता और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिला। विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियों और अकाड़ों ने परंपरागत युद्ध कौशल दिखाने के लिए शानदार आयोजन किए। इस मौके पर निशान साहिब की सवारी, कीर्तन दरबार, लंगर सेवा और धार्मिक प्रवचन का आयोजन किया गया।
श्रद्धालुओं ने अखंड पाठ और कीर्तन का आनंद लिया और लंगर सेवा में हिस्सा लिया। इस दौरान, कई संगठनों ने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए विशेष सेवा शिविर भी लगाए।
जनता ने सरकार के प्रयासों की सराहना की
होला-महल्ला के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा किए गए विकास संबंधी वादों को लेकर लोगों में उत्साह दिखा। स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने सरकार के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि अगर आनंदपुर साहिब का विकास होता है, तो यह पूरे पंजाब के लिए गौरव की बात होगी।
होला-महल्ला का पर्व खालसा पंथ की वीरता और भाईचारे का प्रतीक है। हर साल की तरह इस बार भी यह उत्सव श्री आनंदपुर साहिब में भव्य तरीके से मनाया गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी सरकार ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं और क्षेत्र के विकास को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
इस ऐतिहासिक आयोजन ने एक बार फिर सिख परंपरा, संस्कृति और वीरता की झलक दुनिया को दिखाई।