
गुरदासपुर के अर्बन कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (यूसीएचसी) में 11 साल बाद पहली बार बच्चे की किलकारी गूंजी। यह अस्पताल 2014 से बंद पड़ा था, जिससे शहर के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन अब, इस अस्पताल को दोबारा शुरू कर दिया गया है, और यहां चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह से बहाल हो चुकी हैं।
क्यों बंद हुआ था अस्पताल?
दरअसल, 2014 में शहर से करीब 6 किलोमीटर दूर बब्बरी इलाके में नया सिविल अस्पताल बना दिया गया था। इस वजह से शहर के लोगों को इलाज के लिए इतनी दूर जाना पड़ता था, जिससे उन्हें बहुत परेशानी हो रही थी। खासतौर पर गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और गंभीर मरीजों के लिए यह सफर मुश्किल भरा था।
कैसे दोबारा शुरू हुआ अस्पताल?
लोगों की परेशानी को देखते हुए पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉरपोरेशन के चेयरमैन रमन बहल ने पिछले साल इस अस्पताल में फिर से OPD (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) शुरू करवाया। इसके बाद, 30 बेड वाला नया अस्पताल भवन बनाया गया और यहां 32 डॉक्टरों और कर्मचारियों की नियुक्ति भी की गई।
अब इस अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं, लेबर रूम और जच्चा-बच्चा वार्ड भी शुरू कर दिए गए हैं। यह सुविधाएं मिलने से शहरवासियों को अब दूर नहीं जाना पड़ेगा और उन्हें अपने ही शहर में अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
11 साल बाद गूंजी पहली किलकारी
अस्पताल के शुरू होने के बाद कल एक गर्भवती महिला को भर्ती किया गया और आज 11 साल बाद पहली बार यहां एक नवजात की किलकारी गूंजी। इस खबर से अस्पताल के डॉक्टर, स्टाफ और मरीजों के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई।
शहरवासियों को बड़ी राहत
इस अस्पताल के दोबारा खुलने से गुरदासपुर के लोगों को अब इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। खासतौर पर महिलाओं और बच्चों के लिए यह अस्पताल बहुत फायदेमंद रहेगा। अब 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं, प्रसव की सुविधा और सामान्य इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
आगे क्या होगा?
सरकार का लक्ष्य इस अस्पताल को और बेहतर बनाना है। आने वाले दिनों में यहां और ज्यादा मेडिकल सुविधाएं बढ़ाने की योजना है, जिससे मरीजों को आधुनिक इलाज मिल सके।
गुरदासपुर के लोगों के लिए यह खबर खुशी और राहत दोनों लेकर आई है। अब उन्हें इलाज के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उन्हें अपने ही शहर में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।