
पंजाब सरकार ने इस बार के बजट में स्कूली शिक्षा और छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने अपने बजट भाषण में कहा कि राज्य में शिक्षा के स्तर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की जा रही हैं।
स्मार्ट स्कूलों की ओर कदम
✅ स्कूल ऑफ एमिनेंस और स्कूल ऑफ ब्रिलियंस – ये स्कूल पंजाब में शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित किए जाएंगे, जहां छात्रों को बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी।
✅ 425 स्कूलों को ‘स्कूल ऑफ हैप्पीनेस’ में बदला जाएगा – इन स्कूलों में बच्चों को तनावमुक्त और आनंदमयी शिक्षा देने पर ध्यान दिया जाएगा।
✅ 4,098 सरकारी स्कूलों में पहले ही सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं – इससे स्कूलों की ऊर्जा जरूरतें पूरी होंगी और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान मिलेगा। इसके विस्तार की भी योजना है।
✅ स्कूलों में सफाई और सुरक्षा के लिए नया सिस्टम – कैंपस मैनेजर, सुरक्षा गार्ड, चौकीदार और सफाई सेवकों की नियुक्ति की जाएगी, जिससे स्कूलों का वातावरण सुरक्षित और स्वच्छ बना रहेगा।
छात्रों के लिए बड़े बजट आवंटन
पंजाब सरकार ने शिक्षा क्षेत्र के लिए भारी बजट आवंटित किया है, जिससे छात्रों को बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी –
🔹 समग्र शिक्षा अभियान: ₹1,240 करोड़ – इससे स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा।
🔹 पी.एम. पोषण योजना: ₹466 करोड़ – स्कूलों में बच्चों को पोषक आहार उपलब्ध कराने के लिए।
🔹 मुफ्त किताबें: ₹75 करोड़ – सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों को मुफ्त किताबें मिलेंगी।
🔹 मुफ्त स्कूल यूनिफॉर्म: ₹35 करोड़ – आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को मुफ्त वर्दियां मिलेंगी।
हर बच्चे को बेहतर शिक्षा देने की प्रतिबद्धता
पंजाब सरकार का मानना है कि अच्छी शिक्षा ही बच्चों का भविष्य संवार सकती है और इसी उद्देश्य से यह बजट तैयार किया गया है। स्कूलों को अपग्रेड करने, आधुनिक सुविधाएं देने और छात्रों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए यह योजनाएं लागू की जा रही हैं।
यह बजट शिक्षा क्षेत्र में पंजाब सरकार की गंभीरता और मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आने वाले वर्षों में ये योजनाएं लाखों छात्रों का भविष्य संवारने और पंजाब को देश के अग्रणी शैक्षिक राज्यों में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
अब पंजाब के सरकारी स्कूल सिर्फ स्कूल नहीं, बल्कि सर्वश्रेष्ठ शिक्षा केंद्र बनेंगे!