
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज चंडीगढ़ स्थित अपने निवास पर 1975 में हॉकी वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के खिलाड़ियों और उनके परिवारों से मुलाकात की। इस खास मौके पर सभी ने कुआलालंपुर (मलेशिया) में जीते गए वर्ल्ड कप की यादें ताजा कीं।
भारत ने 1975 में पहली और अब तक की एकमात्र बार हॉकी वर्ल्ड कप जीता था। यह जीत भारतीय हॉकी के लिए ऐतिहासिक थी और देश के लिए गर्व का क्षण थी। उस समय भारतीय टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को 2-1 से हराकर यह खिताब जीता था।
खिलाड़ियों को मिला सम्मान
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गोल्डन जुबली के अवसर पर सभी विजेता खिलाड़ियों और उनके परिवारों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार हॉकी और अन्य खेलों के विकास के लिए हर संभव सहयोग देगी।
उन्होंने कहा, “हमारे हॉकी खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया है और पंजाब को उन पर गर्व है। सरकार खिलाड़ियों के सम्मान और खेलों के प्रोत्साहन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
पंजाब सरकार का समर्थन
पंजाब सरकार ने हाल ही में राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई नई योजनाएं शुरू की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं और प्रशिक्षण देकर पंजाब को एक खेल महाशक्ति बनाया जाएगा।
उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि वे अपने अनुभव और ज्ञान से नई पीढ़ी को प्रेरित करें, ताकि पंजाब और भारत फिर से हॉकी में विश्व चैंपियन बन सके।
1975 हॉकी वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम आज भी भारत के खेल इतिहास का गौरव है। मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात के दौरान खिलाड़ियों ने अपने संघर्ष और जीत के अनुभव साझा किए। पंजाब सरकार ने खिलाड़ियों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया और हॉकी के उज्जवल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता जताई।