
पंजाब सरकार की तरफ से युवाओं में पढ़ाई की आदत को बढ़ावा देने और उन्हें राज्य की तरक्की में भागीदार बनाने के मकसद से शुरू की गई ‘पेंडू लाइब्रेरी योजना’ को जबरदस्त सफलता मिल रही है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सोच से शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 196 ग्रामीण लाइब्रेरी पूरी तरह से काम कर रही हैं। इसके अलावा 135 लाइब्रेरी पर काम तेजी से चल रहा है, जिन्हें जल्द ही शुरू किया जाएगा।
15 अगस्त 2024 को हुई थी योजना की शुरुआत
ग्राम विकास एवं पंचायत मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 15 अगस्त 2024 को लुधियाना के पास के गांव ईसरू (खन्ना) से इस योजना की शुरुआत की थी। उनका सपना है कि ये पेंडू लाइब्रेरी राज्य की सामाजिक और आर्थिक तरक्की का आधार बनें और युवाओं को एक रचनात्मक दिशा दें।
युवाओं में पढ़ने की आदत बढ़ाना मकसद
इस योजना का मुख्य उद्देश्य पंजाब के ग्रामीण इलाकों के युवाओं में पढ़ाई की आदत डालना है, ताकि वे मोबाइल और सोशल मीडिया की दुनिया से बाहर निकलकर ज्ञान की ओर ध्यान दें। इन लाइब्रेरी में आधुनिक सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं, ताकि छात्र-छात्राएं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी अच्छे ढंग से कर सकें।
जिलों के हिसाब से लाइब्रेरी की स्थिति
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अमृतसर में 4 लाइब्रेरी चल रही हैं
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बठिंडा में सबसे अधिक 29 लाइब्रेरी चालू
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बर्नाला में 6 चालू, 5 निर्माणाधीन
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फतेहगढ़ साहिब में 10 चालू, 2 पर काम जारी
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फरीदकोट में 5 चालू, 7 बन रही हैं
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फाजिल्का में 21 चालू, 9 निर्माणाधीन
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फिरोजपुर में 22 लाइब्रेरी पर काम चल रहा है
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होशियारपुर में 2 चालू, 13 बन रही हैं
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लुधियाना में 15 चालू, 26 निर्माणाधीन
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मानसा में 8 चालू, 10 बन रही हैं
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मालेरकोटला में 6 चालू, 5 निर्माणाधीन
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श्री मुक्तसर साहिब में 6 लाइब्रेरी निर्माणाधीन
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मोगा में 13 चालू, 1 निर्माणाधीन
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पटियाला में 18 चालू, 11 पर काम चल रहा है
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रूपनगर में 12 चालू, 1 निर्माणाधीन
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शहीद भगत सिंह नगर में 6 लाइब्रेरी चालू
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साहिबजादा अजीत सिंह नगर में 12 निर्माणाधीन
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संगरूर में सबसे ज्यादा 28 लाइब्रेरी चालू और 5 पर काम चल रहा
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तरनतारन में 11 और
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जालंधर में 2 लाइब्रेरी चालू स्थिति में हैं
क्या है खास इन लाइब्रेरी में?
इन पेंडू लाइब्रेरी को आधुनिक तकनीक से लैस किया जा रहा है। यहां पर इंटरनेट, कंप्यूटर, प्रतियोगी परीक्षा की किताबें, अखबार और मैगजीन जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। युवा इनका लाभ उठाकर न केवल पढ़ सकते हैं, बल्कि सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान की यह पहल ग्रामीण विकास और युवा सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम साबित हो रही है। अगर यही रफ्तार बनी रही, तो जल्द ही पंजाब का हर गांव शिक्षा की रोशनी से जगमगाएगा और युवा सिर्फ नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने वाले बनेंगे।