
टैरिफ पॉलिसी और वैश्विक बाज़ारों की गिरावट के चलते बीते तीन दिनों से भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही थी। लेकिन आज, 8 अप्रैल को निवेशकों के लिए राहत भरी खबर आई है। भारी गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार में तेज़ी से रिकवरी देखने को मिली है, जिससे निवेशकों का भरोसा फिर से लौटा है।
📈 सेंसेक्स और निफ्टी ने दिखाई मजबूती
आज सेंसेक्स 1089.18 अंक यानी 1.49% की बढ़त के साथ 74,227.08 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 29 स्टॉक्स में बढ़त दर्ज की गई, जबकि सिर्फ एक स्टॉक में गिरावट देखी गई।
वहीं, निफ्टी भी 374.25 अंक यानी 1.69% चढ़कर 22,535.85 पर बंद हुआ। निफ्टी के 2,391 स्टॉक्स में बढ़त और 499 स्टॉक्स में गिरावट रही, जबकि 67 स्टॉक्स बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
इस तेजी में सबसे बड़ा योगदान मेटल और ऑटो सेक्टर के शेयरों का रहा, जिनमें दिनभर अच्छा कारोबार देखने को मिला।
ग्लोबल मार्केट्स का हाल
वैश्विक बाजारों में कल यानी 7 अप्रैल को भारी गिरावट देखने को मिली थी।
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डाओ जोन्स 349 अंक (0.91%) गिरकर 37,965 पर बंद हुआ।
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S&P 500 में 0.23% की गिरावट दर्ज की गई।
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NASDAQ में थोड़ी राहत रही और यह 0.09% ऊपर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में भी भारी गिरावट रही:
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जापान का निक्केई 7.83%,
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कोरिया का कोस्पी 5.57%,
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चीन का शंघाई इंडेक्स 7.34%,
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और हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स 13.22% गिरा।
रिकवरी के पीछे की वजह
आज जापान का निक्केई इंडेक्स लगभग 6% की तेजी के साथ कारोबार करता दिखा। हांगकांग का इंडेक्स भी 2% चढ़ा, जो एशियाई बाजारों में सुधार का संकेत देता है।
इसके अलावा, एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज पर ट्रेड होने वाला निफ्टी इंडेक्स भी 1.5% ऊपर रहा, जो भारतीय बाजार में बढ़त की संभावना को दर्शाता है।
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, निफ्टी 50 और सेंसेक्स के चार्ट्स ने ओवरसोल्ड RSI स्तर दिखाए, जिससे बाजार में शॉर्ट-कवर्स और नई खरीददारी शुरू हुई। इससे तेज़ी को और समर्थन मिला।
बीते दिन की बड़ी गिरावट
एक दिन पहले बाजार में इस साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट देखी गई थी।
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सेंसेक्स 2226 अंक (2.95%) गिरकर 73,137 पर बंद हुआ था।
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वहीं निफ्टी 742 अंक (3.24%) गिरकर 22,161 पर बंद हुआ।
इस गिरावट की वजह से निवेशकों की संपत्ति में करीब 15 लाख करोड़ रुपये की कमी आ गई थी।
4 अप्रैल को बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल मार्केट कैप 404 लाख करोड़ रुपये था, जो 7 अप्रैल को घटकर 389 लाख करोड़ रह गया।
आज की रिकवरी यह साबित करती है कि बाजार में गिरावट के बाद अक्सर खरीदारी के मौके आते हैं। तकनीकी संकेतकों और वैश्विक संकेतों से पता चलता है कि निवेशकों का भरोसा लौट रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह तेजी अगले कुछ दिनों तक बरकरार रहती है या फिर बाजार में दोबारा उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
निवेशकों को सलाह है कि वे सतर्कता और समझदारी से निवेश करें, खासकर ऐसे समय में जब बाजार अनिश्चितता से भरे हों।