
पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाई जा रही विशेष मुहिम के तहत राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने एक खास जागरूकता पदयात्रा की शुरुआत की थी। यह यात्रा श्री गुरु नानक देव जी की धरती डेरा बाबा नानक से आरंभ हुई थी और आज ऐतिहासिक स्थल जालियांवाला बाग में पहुंचकर संपन्न हुई।
राज्यपाल ने जालियांवाला बाग में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस धरती ने देश और धर्म के लिए सबसे ज्यादा बलिदान दिए हैं, वहां नशे जैसी बुरी आदत के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पंजाबियों की चेतना को झकझोरते हुए अपील की कि सब मिलकर नशे की इस बीमारी को जड़ से खत्म करें।
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि नशा एक ऐसी सामाजिक बीमारी है जिसे सिर्फ मैं या सरकारें खत्म नहीं कर सकतीं, जब तक आम जनता इसमें साथ नहीं देती। उन्होंने मंच पर मौजूद सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से भी अपील की कि इस गंभीर मुद्दे पर राजनीति न करें, बल्कि एकजुट होकर समाज को नशा मुक्त बनाने में योगदान दें।
उन्होंने कहा कि यह पदयात्रा सिर्फ एक राजनेता की यात्रा नहीं है, बल्कि यह हर आम आदमी की मुहिम बननी चाहिए। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि यह आंदोलन सरकार का नहीं, बल्कि जनता का होना चाहिए। हर गांव, हर मोहल्ले से लोग आगे आएं और नशे के खिलाफ आवाज बुलंद करें।
राज्यपाल ने सरहदी इलाकों में बनी सुरक्षा समितियों की भी सराहना की, जो नशे की तस्करी रोकने के लिए बेहतरीन काम कर रही हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इन समितियों के कामकाज के आधार पर गांवों को विशेष फंड दिए जाने चाहिए, जिससे उनका विकास हो सके।
उन्होंने इस पदयात्रा में भाग लेने वाले सभी वर्गों – स्कूलों के बच्चे, शिक्षक, पंचायतें, किसान, व्यापारी, खिलाड़ी, प्रशासनिक अधिकारी और उद्योगपतियों – का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह लड़ाई तभी जीती जा सकती है जब सब मिलकर इसे एक जन आंदोलन बनाएं।
गुलाब चंद कटारिया ने बताया कि यह जागरूकता मुहिम वह आगे भी जारी रखेंगे और जब तक पंजाब नशा मुक्त नहीं हो जाता, तब तक यह प्रयास थमने वाला नहीं है।
इस पदयात्रा की शुरुआत उन्होंने सुबह 4 बजे श्री दरबार साहिब में माथा टेककर की थी, जहां उन्होंने पवित्र पालकी साहिब की सेवा करते हुए पंजाब की भलाई और नशा मुक्त भविष्य के लिए अरदास की। इसके बाद उन्होंने भंडारी पुल से यात्रा शुरू की जो हॉल बाजार होते हुए जालियांवाला बाग तक पहुंची।
इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी, वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़, अफसर विवेक प्रताप सिंह, पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी, लेखक खुशवंत सिंह और कई जानी-मानी हस्तियां भी मौजूद थीं।
यह पदयात्रा न सिर्फ एक जागरूकता कार्यक्रम था, बल्कि पंजाब की मिट्टी से एक नई शुरुआत का संदेश लेकर आई – एक ऐसा पंजाब जो फिर से नशा मुक्त, जागरूक और सशक्त बने।