
श्री अकाल तख्त से बड़ी श्रद्धा और जोश के साथ 1942 सिख श्रद्धालुओं का जत्था खालसा साजना दिवस (वैसाखी) के मौके पर पाकिस्तान के ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन के लिए रवाना हुआ। यह जत्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की ओर से भेजा गया है। रवाना होते समय पूरे वातावरण में “बोले सो निहाल, सत श्री अकाल” के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही थी।
जत्थे की अगुवाई SGPC के सदस्य जंग बहादुर सिंह कर रहे हैं। उनके साथ डिप्टी लीडर बीबी जोगिंदर कौर बठिंडा, रविंदर सिंह खालसा, बीबी जसपाल कौर, रामपाल सिंह बहिणीवाल, गुरचरण सिंह कोहाला (मीट सचिव) और प्रबंधक सतनाम सिंह रियाड़ समेत कई अन्य अहम शख्सियतें शामिल हैं।
सम्मान और विदाई
जत्थे को रवाना करते समय SGPC के ओएसडी सतबीर सिंह धामी, सचिव प्रताप सिंह और अन्य अधिकारियों ने श्रद्धालुओं और नेताओं को फूल मालाएं पहनाकर और सिरोपे देकर सम्मानित किया। इस मौके पर श्रद्धालु बेहद भावुक और उत्साहित दिखे।
श्रद्धालुओं की भावना
जत्था नेता जंग बहादुर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में मौजूद ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन करना हर सिख की दिली तमन्ना होती है। जब भी ऐसा अवसर मिलता है, सिख इसे अपने जीवन का सौभाग्य मानते हैं। उन्होंने जत्थे की ज़िम्मेदारी सौंपने के लिए SGPC अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी का शुक्रिया अदा किया।
दर्शन किए जाएंगे ये ऐतिहासिक गुरुद्वारे
यह जत्था पाकिस्तान में कई प्रमुख गुरुद्वारों के दर्शन करेगा, जिनमें शामिल हैं:
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गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब, हसन अब्दाल
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गुरुद्वारा जन्म स्थान श्री ननकाना साहिब
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गुरुद्वारा श्री सच्चा सौदा साहिब
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गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब, करतारपुर साहिब
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गुरुद्वारा डेहरा साहिब, लाहौर
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गुरुद्वारा रोड़ी साहिब, ईमनाबाद
श्रद्धालु इन गुरुद्वारों में खालसा साजना दिवस से जुड़े विशेष समागमों में हिस्सा लेंगे और 19 अप्रैल को भारत लौट आएंगे।
पाकिस्तान सरकार का धन्यवाद
SGPC सचिव प्रताप सिंह ने पाकिस्तान सरकार और दूतावास का भी आभार व्यक्त किया कि उन्होंने श्रद्धालुओं को समय पर वीज़ा जारी किए। SGPC को उम्मीद है कि आने वाले समय में भी पाकिस्तान सरकार इसी तरह संगतों की भावनाओं का सम्मान करते हुए सहयोग करेगी।
जत्थे में शामिल प्रमुख लोग
जत्था रवाना करते समय SGPC के कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। इनमें ओएसडी सतबीर सिंह धामी, निजी सचिव शाहबाज़ सिंह, मीट सचिव जस्विंदर सिंह जसी, गुरनाम सिंह, बलविंदर सिंह खैराबाद, मनजीत सिंह तलवंडी, हरभजन सिंह वक्ता, निशान सिंह, पलविंदर सिंह (यात्रा इंचार्ज) और अन्य शामिल थे।
इस यात्रा को लेकर सिख संगत में भारी उत्साह है। खालसा साजना दिवस जैसे ऐतिहासिक मौके पर गुरुओं की धरती के दर्शन करना हर श्रद्धालु के लिए भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव होता है।