
पंजाब के मोहाली जिले में डेरा बस्सी के पास शनिवार को पुलिस और कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के गुर्गों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दो गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक को गोली लगने से चोट भी आई है।
गिरफ्तार किए गए दोनों अपराधी फिरौती मांगने और फायरिंग जैसी वारदातों में शामिल थे। पुलिस ने बताया कि ये दोनों स्कूटर पर सवार होकर डेरा बस्सी की ओर जा रहे थे, जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने भागने की कोशिश की और इसी दौरान मुठभेड़ हो गई।
कौन हैं गिरफ्तार आरोपी?
गिरफ्तार किए गए गैंगस्टरों की पहचान कार्तिक सिंह उर्फ रवि और दीपक उर्फ दीपू के रूप में हुई है। कार्तिक हरियाणा के अंबाला का रहने वाला है, जबकि दीपक मूल रूप से हरियाणा के यमुनानगर जिले के जगाधरी का निवासी है। फिलहाल दोनों डेरा बस्सी में रह रहे थे।
इस मुठभेड़ में कार्तिक को गोली लगने से घायल कर दिया गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इनके पास से एक .32 बोर की पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
क्यों थे निशाने पर?
जानकारी के अनुसार, दोनों आरोपी एक इमिग्रेशन फर्म से फिरौती वसूलने के लिए पहुंचे थे। वे स्कूटर पर सवार थे और फर्म के बाहर फायरिंग करने की योजना बना रहे थे, ताकि डर का माहौल बना सकें।
यह वही इमिग्रेशन फर्म है जिस पर पिछले साल सितंबर 2024 में भी फायरिंग की गई थी। उस समय भी गोलीबारी के पीछे फिरौती मांगने का ही मकसद था। इसी साल अप्रैल 2025 में इस फर्म के दफ्तर में एक पर्ची फेंकी गई थी, जिसमें 50 लाख रुपये की मांग की गई थी।
गोल्डी बराड़ का कनेक्शन
पुलिस को शक है कि इन दोनों आरोपियों के पीछे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का हाथ है। गोल्डी बराड़ कनाडा में बैठकर अपने गुर्गों के जरिए पंजाब और हरियाणा में आपराधिक वारदातों को अंजाम दिलवाता है।
पुलिस की कार्रवाई
मोहाली पुलिस ने समय पर कार्रवाई करते हुए एक बड़ी वारदात को टाल दिया है। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही इनके नेटवर्क के बारे में और जानकारियां सामने आएंगी।
इस मुठभेड़ और गिरफ्तारी से इलाके में दहशत कम हुई है और लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है। पुलिस अब इनसे जुड़े अन्य गैंगस्टरों की तलाश में जुट गई है।