
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) इस समय इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है। टीम ने लगातार तीन मुकाबले अपने घरेलू मैदान चेपक पर गंवा दिए हैं, जो कि उसके इतिहास में पहली बार हुआ है। अगर सोमवार को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ होने वाले मैच में भी हार मिलती है, तो यह चेन्नई की लगातार पांचवीं हार होगी – जो उसकी रिकॉर्ड हार होगी।
टीम के लिए सबसे बड़ी परेशानी उसकी बल्लेबाज़ी रही है। सलामी बल्लेबाज़ रुतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने से टीम को बड़ा झटका लगा है। उनकी गैरमौजूदगी में कप्तानी एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी के कंधों पर आई, लेकिन पिछले मैच में उनकी वापसी भी टीम की किस्मत नहीं बदल सकी।
चेन्नई की बल्लेबाज़ी में अब वो पुराना दम नहीं दिख रहा। टीम पर अनुभव वाले मगर फॉर्म से बाहर खिलाड़ियों को खिलाने का आरोप लग रहा है। साथ ही, टीम के पास धाकड़ ‘पावर-हिटर’ की कमी भी चर्चा का विषय बन गई है। धोनी खुद मान चुके हैं कि पावरप्ले में कम से कम 60 रन बनाने का टारगेट जरूरी है, लेकिन उनकी टीम ऐसा करने में लगातार नाकाम रही है।
सलामी बल्लेबाज़ रचिन रवींद्र और डेवोन कॉनवे तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज़ हैं, लेकिन उनसे पहले ओवर से ही आक्रामक बल्लेबाज़ी की उम्मीद करना उनकी खेल शैली के खिलाफ है। वहीं, गायकवाड़ की जगह तीसरे नंबर पर खेलने वाले राहुल त्रिपाठी पर भी अब अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव है।
टीम को ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा से भी उम्मीदें हैं कि वो बल्ले और गेंद दोनों से मैच बदलने वाली भूमिका निभाएं। दूसरी तरफ, शिवम दुबे से पावर-हिटिंग की उम्मीदें हैं, लेकिन उन्हें ज्यादा सहयोग की जरूरत है – और इसमें सबसे भरोसेमंद साथी खुद धोनी हो सकते हैं। हालांकि धोनी का बल्लेबाज़ी क्रम लगातार बदल रहा है। पिछले मैच में वह नौवें नंबर पर बैटिंग करने उतरे थे, जिससे साफ है कि चीजें अब भी टीम में स्थिर नहीं हैं।
चेन्नई के बैटिंग कोच माइक हसी ने जरूर भरोसा दिलाया है कि टीम हार मानने वाली नहीं है और जल्द वापसी करेगी।
दूसरी ओर, मेज़बान लखनऊ सुपर जायंट्स शानदार फॉर्म में है और लगातार चौथी जीत की तलाश में उतरेगी। शुरुआत में तेज गेंदबाज़ों के चोटिल होने से उसकी बॉलिंग कमजोर दिख रही थी, लेकिन अब वह भी मजबूती से उभरी है। शनिवार को गुजरात टाइटन्स के खिलाफ मिली जीत में आवेश खान, रवि बिश्नोई और शार्दुल ठाकुर जैसे गेंदबाज़ों ने अहम भूमिका निभाई।
लखनऊ की पिच आमतौर पर धीमी रहती है, लेकिन बल्लेबाज़ी के लिए भी ठीक मानी जाती है। निकोलस पूरन लगातार अच्छे फॉर्म में हैं और इस पिच पर उनका जलवा दिख सकता है। वहीं, मिचेल मार्श की गैरमौजूदगी ने पिछले मैच में ऋषभ पंत को ओपनिंग करने का मौका दिया था, जो उन्होंने अच्छी तरह निभाया। अब सवाल है कि क्या मार्श की वापसी के बाद भी पंत ओपनिंग करेंगे?
कुल मिलाकर, सोमवार का मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है – एक तरफ लगातार जीत की राह पर लखनऊ, दूसरी तरफ वापसी की जद्दोजहद में जुटी चेन्नई।