
कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा द्वारा हाल ही में दिए गए एक विवादित बयान पर अब राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। आम आदमी पार्टी ने इस बयान को गंभीर और खतरनाक बताते हुए आज मोहाली में जोरदार प्रदर्शन किया।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि बाजवा ने ऐसा बयान देकर पंजाब के माहौल को खराब करने की कोशिश की है।
आम आदमी पार्टी का सवाल – बाजवा को कैसे मिली बमों की जानकारी?
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सवाल उठाए कि बाजवा को कैसे मालूम पड़ा कि पंजाब में कितने बम आए हैं, कितने चल चुके हैं और कितने बाकी हैं?
पार्टी का कहना है कि यह कोई मामूली जानकारी नहीं है। अगर बाजवा को यह सब पता है, तो वह इसके पीछे की साजिश के बारे में भी जानते होंगे। ऐसे में उनकी जांच होनी चाहिए और उन्हें सारी जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को देनी चाहिए थी, न कि टीवी इंटरव्यू में देश को डराने वाला बयान देना चाहिए।
क्या कहा था बाजवा ने?
प्रताप सिंह बाजवा ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि पंजाब में 50 ग्रेनेड आ चुके हैं, जिनमें से 18 इस्तेमाल हो चुके हैं और 32 अभी भी बाकी हैं। इस बयान के बाद पंजाब की सियासत में हलचल मच गई और सुरक्षा एजेंसियों की भी नींद उड़ गई।
आम आदमी पार्टी ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताया और कहा कि ऐसा बयान देकर बाजवा लोगों में डर फैलाना चाहते हैं।
मोहाली में हुआ जोरदार धरना
बाजवा के बयान के खिलाफ आज मोहाली में आम आदमी पार्टी द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, नेता और समर्थक हाथों में पोस्टर लेकर सड़कों पर उतरे और ‘कांग्रेस होश में आओ’, ‘बाजवा माफी मांगो’ जैसे नारे लगाए।
पार्टी नेताओं ने प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि अगर किसी नेता के पास राज्य की सुरक्षा से जुड़ी इतनी बड़ी जानकारी है, तो यह उसके जिम्मेदार होने की निशानी नहीं बल्कि साजिश की ओर इशारा है।
AAP ने की कार्रवाई की मांग
आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि बाजवा से पूछताछ की जाए और यह पता लगाया जाए कि उन्होंने यह जानकारी कहां से और कैसे हासिल की। पार्टी का कहना है कि ऐसे वक्त में जब देश और खासकर पंजाब पहले ही सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील है, इस तरह के बयान देकर बाजवा ने बड़ी लापरवाही की है।
बाजवा के बयान से जहां एक ओर सियासी तूफान आया है, वहीं आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर कांग्रेस पर सख्त हमला बोला है। अब देखना यह होगा कि इस बयान पर कांग्रेस क्या सफाई देती है और क्या प्रशासन इस पर कोई जांच शुरू करता है या नहीं।