
पंजाब में कांग्रेस नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के एक बयान से सियासत गरमा गई है। दरअसल, बाजवा ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि “पंजाब में 50 बम आए हैं, जिनमें से 32 अभी तक फटे नहीं हैं।” उनके इस बयान को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार और खासकर मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
मंत्री सौंद ने बाजवा के बयान को बेहद भड़काऊ और गैर-जिम्मेदाराना बताया है। उन्होंने कहा कि अगर अब पंजाब में कोई धमाका होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रताप सिंह बाजवा पर ही होगी। उन्होंने मांग की कि बाजवा को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए क्योंकि इस तरह की बातों से प्रदेश में डर और अस्थिरता फैलती है।
तरुणप्रीत सौंद ने कहा कि पंजाब ने आतंकवाद के बुरे दौर को झेला है और आज भी उसके जख्म ताजे हैं। ऐसे में जब देश-विरोधी ताकतें फिर से माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं, तब एक जिम्मेदार नेता का इस तरह का बयान देना बेहद खतरनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि बाजवा जैसे नेता जनता में डर पैदा कर रहे हैं और राजनीतिक फायदे के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार पंजाब की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और किसी को भी राज्य में शांति भंग करने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि बाजवा पर इसलिए कार्रवाई की गई क्योंकि उन्होंने पुलिस जांच में सहयोग नहीं किया।
तरुणप्रीत सिंह सौंद ने यह भी कहा कि यदि बाजवा के पास बमों के बारे में कोई जानकारी है तो उन्हें पुलिस को बताना चाहिए, वरना उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए और यह स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने यह बयान केवल राजनीति चमकाने के लिए दिया था।
सत्ताधारी पार्टी का कहना है कि बाजवा की उम्र 60 साल से ज्यादा हो गई है और लगता है कि वह अब सोच-समझकर बयान नहीं देते। उनके अनुसार, यह बयान न सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है बल्कि जनता में भय फैलाने वाला भी है।
इस बयान से जुड़ी सियासत अब गरमा चुकी है और देखना होगा कि प्रताप सिंह बाजवा आगे क्या सफाई देते हैं और क्या मामला यहीं थमता है या और तूल पकड़ता है।