
पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में लगातार क्रांतिकारी बदलाव किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज पंजाब सरकार की समाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने मलोट हलके के अबुल खुराना गांव में कई सरकारी स्कूलों में विकास कार्यों का उद्घाटन किया।
1.40 करोड़ की लागत से लड़कियों के स्कूल में कार्य
डॉ. बलजीत कौर ने सबसे पहले सरकारी प्राइमरी स्कूल (लड़कियां) अबुल खुराना में 1 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से किए गए विकास कार्यों का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने बच्चों से बातचीत की और उन्हें बेहतर शिक्षा के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, और अच्छी शिक्षा की मदद से वे डॉक्टर, टीचर, इंजीनियर और पायलट तक बन सकती हैं।
सरकारी स्कूलों में नए कमरे और सुविधाएं
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सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के) अबुल खुराना में 15 लाख रुपए की लागत से बने दो नए कमरों का उद्घाटन किया गया।
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सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़कियां) में 30 लाख रुपए से बनी चारदीवारी और 15 लाख रुपए से बने नए कमरे भी उद्घाटित किए गए।
स्मार्ट स्कूल की ओर बढ़ता कदम
अबुल खुराना गांव में स्थित स्मार्ट स्कूल में 22.53 लाख रुपए की लागत से तीन नए कमरे तैयार किए गए। इसके अलावा, स्कूल के 7 कमरों की मरम्मत और सुंदरता बढ़ाने के लिए हर कमरे पर 1 लाख रुपए खर्च किए गए, जिसमें दरवाजों, फर्श और पीओपी का कार्य शामिल रहा।
स्कूल ऑफ एमिनेंस में भी हुए बड़े कार्य
अबुल खुराना के स्कूल ऑफ एमिनेंस (लड़कियां) में 30 लाख रुपए की लागत से बनी चारदीवारी और 15 लाख रुपए की लागत से बने दो नए क्लासरूम्स का उद्घाटन भी डॉ. बलजीत कौर द्वारा किया गया।
मंत्री ने रखी शिक्षा सुधारों की नींव
इस अवसर पर डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि सरकार का मकसद हर बच्चे को उत्तम और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है। पंजाब सरकार इस दिशा में लगातार प्रयासरत है और सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से भी बेहतर बनाने की योजना पर काम कर रही है।
समारोह में शामिल हुए कई प्रमुख लोग
इस कार्यक्रम में मलोट मार्केट कमेटी के चेयरमैन श्री जशन बराड़, श्री अर्शदीप सिंह, श्री सुंदरपाल सिंह (निजी सहायक), प्रिंसिपल बिमला रानी, प्रिंसिपल अजय कुमार, हैडमास्टर राजपाल सिंह, हरमेश कुमार अर्नीवाला, सरपंच नानक सिंह विक्की, सोशल मीडिया इंचार्ज मोहित कुमार सोनी, स्कूल के बच्चे, और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
इस तरह अबुल खुराना गांव में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई शुरुआत हुई है, जिससे गांव के बच्चे अब और बेहतर माहौल में पढ़ाई कर सकेंगे। पंजाब सरकार का यह प्रयास राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।