
बुधवार को शेयर बाजार ने लगातार तीसरे दिन मजबूती दिखाई और निवेशकों के चेहरे खिला दिए। बीएसई सेंसेक्स में 309 अंकों की उछाल दर्ज की गई, जिससे यह फिर से 77,000 के स्तर को पार करते हुए 77,044.29 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 108.65 अंक की तेजी के साथ 23,437.20 अंक पर बंद हुआ।
क्या है तेजी का कारण?
इस तेजी के पीछे कई बड़ी वजहें हैं। सबसे अहम बात ये रही कि देश में खुदरा महंगाई दर मार्च में करीब छह साल के सबसे निचले स्तर पर आ गई है। इससे उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक आगे चलकर ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिससे शेयर बाजार में और भी निवेश बढ़ेगा।
इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में 6,065.78 करोड़ रुपये का निवेश किया, जो हाल के दिनों में एक बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले FII लगातार बिकवाली कर रहे थे।
वैश्विक बाजार में गिरावट, लेकिन भारत में बनी रौनक
हालांकि एशियाई बाजारों की बात करें तो दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट में रहे। लेकिन चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स थोड़ा बढ़त में रहा। इन सबके बावजूद भारत का बाजार मजबूती से खड़ा रहा, जो एक सकारात्मक संकेत है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध से भारत को नुकसान के बजाय फायदा हो सकता है। यही वजह है कि निवेशक भारत में पैसा लगाने को लेकर उत्साहित हैं।
किन कंपनियों के शेयर चमके?
बुधवार को इंडसइंड बैंक के शेयर में 7.12% की जोरदार बढ़त देखी गई। इसके अलावा एक्सिस बैंक, अदाणी पोर्ट्स, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, SBI और ITC जैसे दिग्गज शेयरों ने भी बाज़ार को ऊपर खींचा।
दूसरी ओर, कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट भी देखने को मिली। इनमें मारुति, इंफोसिस, टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टुब्रो (L&T), एनटीपीसी और बजाज फाइनेंस शामिल रहे।
क्या आगे भी जारी रहेगी तेजी?
विश्लेषकों का मानना है कि अगर महंगाई ऐसे ही नीचे बनी रही और विदेशी निवेशकों का भरोसा भारत पर बरकरार रहा, तो बाजार आने वाले समय में और ऊंचाइयों को छू सकता है। साथ ही, भारतीय मानसून का सामान्य रहने का अनुमान भी बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
बैंकिंग, फाइनेंशियल और एफएमसीजी सेक्टर के शेयरों में निवेशकों की अच्छी दिलचस्पी देखने को मिल रही है। ये सेक्टर आगे भी बाजार को मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
तीसरे दिन भी बाजार की मजबूती दिखाती है कि भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है। विदेशी निवेश, घटती महंगाई, संभावित ब्याज दर में कटौती और वैश्विक स्तर पर भारत के लिए बेहतर अवसर — ये सब मिलकर बाजार को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। आने वाले दिनों में अगर ये रुझान कायम रहते हैं, तो निवेशकों के लिए यह साल बेहद लाभदायक साबित हो सकता है।