
नई दिल्ली, 19 अप्रैल 2025 – राजधानी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके न्यू मुस्तफाबाद के शक्ति विहार में शुक्रवार और शनिवार की रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। एक चार मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर पड़ी, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। हादसे में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है और 8 से 10 लोग अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है।
रात का सन्नाटा टूटा चीखों से
यह हादसा रात करीब 2:50 बजे हुआ, जब ज्यादातर लोग गहरी नींद में थे। अचानक जोरदार आवाज के साथ इमारत जमींदोज हो गई। कुछ ही पलों में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोग दौड़कर बाहर निकले और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई।
राहत कार्य में जुटी टीमें
घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली फायर सर्विस की टीमें और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) मौके पर पहुंचीं। करीब 40 से ज्यादा कर्मचारी राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। अब तक मलबे से चार शव निकाले जा चुके हैं। दिल्ली पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ मिलकर मलबा हटाने और लोगों को बचाने में जुटे हैं।
डिविजनल फायर ऑफिसर का बयान
फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने बताया, “हमें तड़के 2:50 बजे सूचना मिली कि शक्ति विहार में एक इमारत गिर गई है। जब हम मौके पर पहुंचे तो देखा कि चार मंजिला पूरी इमारत ढह चुकी है। मलबे में कई लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली है। हमारी टीम लगातार काम कर रही है।”
स्थानीय लोगों की आपबीती
इस हादसे ने कई परिवारों की ज़िंदगी एक ही झटके में बदल दी। मृतकों में से एक के रिश्तेदार शहजाद अहमद ने बताया, “रात करीब ढाई से तीन बजे के बीच ये हादसा हुआ। मेरे दो भतीजों की मौत हो गई है। मेरी बहन, बहनोई और भतीजी घायल हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है।”
प्रत्यक्षदर्शी की आंखों देखी
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “इस इमारत में दो बेटों के परिवार और कुछ किराएदार रहते थे। बड़ी बहू के तीन बच्चे हैं, दूसरी बहू के भी तीन बच्चे हैं। अब तक उनका कोई पता नहीं चला है। पूरा परिवार सदमे में है।”
कैमरे में कैद हुई त्रासदी
इस इमारत के गिरने की पूरी घटना इलाके के एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जो दिखाता है कि कितनी तेजी और भयावहता के साथ यह हादसा हुआ।
लगभग 20 लोग रहते थे इमारत में
जानकारी के मुताबिक, इस चार मंजिला इमारत में लगभग 20 लोग रहते थे। निर्माण की गुणवत्ता को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं, और प्रशासन इसकी जांच की तैयारी कर रहा है।
—
दिल्ली जैसे बड़े शहर में इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय हैं। जहां एक ओर राहत कार्य जारी है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या इमारत की हालत पहले से खराब थी? फिलहाल उम्मीद है कि मलबे में दबे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।