
पंजाब के शिक्षा मंत्री और श्री आनंदपुर साहिब से विधायक हरजोत सिंह बैंस ने नंगल शहर की खोई हुई पहचान को फिर से संवारने के लिए एक अहम कदम उठाया है। उन्होंने चंडीगढ़ में केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की और नंगल को एक बार फिर मॉडल शहर और विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की अपील की।
नंगल को फिर से बनाना है गौरव का प्रतीक
हरजोत बैंस ने कहा कि नंगल कभी भारत के सबसे खूबसूरत और योजना के तहत विकसित शहरों में गिना जाता था। 1960 और 70 के दशक में यहां की हरी-भरी सड़कें, सुंदर इमारतें और समृद्ध सांस्कृतिक जीवन पूरे देश के लिए मिसाल थे। लेकिन समय के साथ शहर की हालत खराब होती चली गई और आज यह एक छाया मात्र बनकर रह गया है।
विकास योजनाओं का प्रस्तुति पत्र
शिक्षा मंत्री ने नंगल के कायाकल्प के लिए कई प्रस्ताव रखे। इनमें एक आधुनिक टाउनशिप, सतलुज नदी के किनारे पर्यटन सुविधाओं का विकास, नंगल से भाखड़ा डैम तक एक मनोहारी रेलवे लाइन और भाखड़ा-नंगल डैम म्यूज़ियम का शीघ्र निर्माण शामिल है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से न केवल शहर की पहचान बहाल होगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
सुविधाएं हैं कम, ज़मीन है खाली
हरजोत बैंस ने कहा कि नंगल में पर्याप्त ज़मीन होते हुए भी बुनियादी सुविधाएं जैसे सिनेमाघर, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और मनोरंजन केंद्र नहीं हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि पारदर्शी प्रक्रिया के तहत कुछ ज़मीन को लीज़ पर देकर वहां मनोरंजन जोन, शॉपिंग आर्केड, अर्बन पार्क और रोजगार केंद्र बनाए जा सकते हैं, जो बीबीएमबी के लिए राजस्व का स्रोत भी बनेंगे।
नंगल लेक रिवरफ्रंट के विकास की मांग
उन्होंने रिवर व्यू रोड को एक खूबसूरत रिवरफ्रंट के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव रखा। इसमें वॉकिंग ट्रैक, साइक्लिंग जोन, कैफे और सांस्कृतिक स्थल बनाए जा सकते हैं, जिससे नंगल एक प्रमुख पर्यटन केंद्र बन सकता है।
रेलवे लाइन को पर्यटन का जरिया बनाने का सुझाव
हरजोत बैंस ने नंगल से भाखड़ा डैम तक पुरानी रेलवे लाइन को एक दर्शनीय रेल सेवा में बदलने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि एक कांच की छत वाली विरासती रेलगाड़ी या लाइट रेल चलाई जा सकती है, जो सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी।
म्यूज़ियम निर्माण में हो रही देरी पर चिंता
उन्होंने भाखड़ा-नंगल डैम म्यूज़ियम के अधूरे निर्माण पर चिंता जताई और इसके शीघ्र पूरा होने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह म्यूज़ियम भारत की इंजीनियरिंग विरासत और विकास की गाथा को प्रदर्शित करेगा।
लीज़ नीति में सुधार की मांग
बैंस ने शहर के निवासियों के लिए पारदर्शी और जनहितैषी लीज़ नीति की भी मांग की। उन्होंने कहा कि स्पष्ट नीति न होने से लोग वर्षों से अनिश्चितता में जी रहे हैं। इस नीति के सुधार से कानूनी उलझनों का समाधान होगा और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
अंत में, बैंस ने कहा कि नंगल किसी रहम की नहीं, बल्कि अपने खोए हुए गौरव की वापसी की मांग कर रहा है।