
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस इन दिनों अपने चार दिवसीय भारत दौरे पर हैं। उन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत नई दिल्ली स्थित अक्षरधाम मंदिर में दर्शन कर के की। इस खास मौके पर उनके साथ उनकी पत्नी ऊषा वेंस और बच्चे भी मौजूद थे। वेंस परिवार के साथ भारत आए हैं और धार्मिक स्थलों के दर्शन के साथ-साथ भारत-अमेरिका के रिश्तों को और मजबूत बनाने के मकसद से इस यात्रा को अंजाम दे रहे हैं।
दिल्ली एयरपोर्ट पर हुआ गर्मजोशी से स्वागत
सोमवार की सुबह जे.डी. वेंस जब दिल्ली पहुंचे, तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव विशेष रूप से एयरपोर्ट पर मौजूद थे और उन्होंने वेंस का स्वागत किया। वेंस ने भारतीय परंपराओं के अनुसार स्वागत स्वीकार किया और अपनी प्रसन्नता भी जाहिर की।
जयपुर और आगरा भी करेंगे दौरा
अपने चार दिन के इस भारत दौरे के दौरान वेंस न सिर्फ दिल्ली में रहेंगे, बल्कि जयपुर और आगरा का भी दौरा करेंगे। जयपुर में उनके राजस्थानी संस्कृति से जुड़ने और विरासत स्थलों को देखने की उम्मीद है, जबकि आगरा में वे ताजमहल के दीदार के लिए जाएंगे। यह दौरा एक तरफ जहां पारिवारिक रंग लिए हुए है, वहीं दूसरी ओर इसमें भारत-अमेरिका के व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों पर भी जोर रहेगा।
व्यापार समझौते को लेकर चर्चा की उम्मीद
गौरतलब है कि पिछले महीने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रिसिप्रोकल टैरिफ़ (Reciprocal Tariff) को लागू करने का फैसला लिया था, जिसमें भारत समेत अन्य देशों पर आयात शुल्क बढ़ाने की बात थी। हालांकि बाद में इस फैसले को टाल दिया गया। अब जब जे.डी. वेंस भारत आए हैं, तो यह उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की दिशा में गंभीर बातचीत करेंगे।
इसके अलावा, टैरिफ से जुड़े मुद्दों, डिजिटल व्यापार, और उद्योगिक सहयोग जैसे विषयों पर भी चर्चा हो सकती है। भारत और अमेरिका दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं और दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक और रणनीतिक संबंध हैं।
भारत-अमेरिका संबंधों को मिलेगी नई रफ्तार
वेंस की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और अमेरिका दोनों ही देशों के रिश्तों को एक नए मुकाम पर ले जाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। वेंस के दौरे से दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ेगा और आने वाले समय में सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे।
इस यात्रा को अमेरिका की ओर से भारत के प्रति मित्रता और सम्मान का प्रतीक भी माना जा रहा है।