
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पंजाब सरकार सतर्क हो गई है। इस हमले में कई लोगों की जान जाने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को अपने निवास स्थान पर एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की। बैठक में राज्य के आला अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई है। पंजाब पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है और सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि अब सिविल और वर्दीधारी पुलिस दोनों को विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर तैनात किया जाएगा ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
पंजाब के फंसे हुए लोगों को लाया जाएगा वापिस
सीएम मान ने जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर में फंसे पंजाब के पर्यटकों को सुरक्षित घर लाने की व्यवस्था की जा रही है। पंजाब सरकार लगातार जम्मू-कश्मीर पुलिस और प्रशासन के संपर्क में है। फंसे हुए लोगों को पर्यटन विभाग की मदद से पठानकोट के रास्ते सुरक्षित घर पहुंचाया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने इस आतंकी घटना की कड़े शब्दों में निंदा की।
सरहद से सटे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
पंजाब की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यह बैठक और भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। पंजाब, पाकिस्तान के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर की सीमा से भी सटा हुआ है। पठानकोट, जो कि पहलगाम से करीब 297 किलोमीटर दूर है, वहां एयरबेस और कई अहम सैन्य संस्थान भी मौजूद हैं। ऐसे में पंजाब सरकार ने साफ कर दिया है कि सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
जल्द शुरू होगा एंटी-ड्रोन सिस्टम
पंजाब पुलिस के डीजीपी ने बताया कि राज्य में जल्द ही एंटी-ड्रोन सिस्टम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ड्रोन अब पाकिस्तान से आतंक फैलाने का सबसे बड़ा जरिया बन चुके हैं। ड्रोन के ज़रिए न सिर्फ नशा बल्कि हथियार और पैसा भी भेजा जा रहा है। हालांकि हाल ही में चलाए गए नशा विरोधी अभियानों के चलते इस गतिविधि में कमी आई है।
आतंकियों, गैंगस्टरों और तस्करों की मिलीभगत
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चेताया कि अब आतंकी, गैंगस्टर और ड्रग तस्कर आपस में मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे राज्य की सुरक्षा को चुनौती मिल रही है। लेकिन सरकार इन सभी चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
पहलगाम हमले के बाद पंजाब सरकार की यह तेज़ कार्रवाई दिखाती है कि राज्य किसी भी साजिश के खिलाफ तैयार है। मुख्यमंत्री मान ने साफ कहा कि जनता की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर ज़रूरी कदम उठाए जाएंगे।