
आईपीएल 2025 में 23 अप्रैल को एक धमाकेदार मुकाबला देखने को मिला जब मुंबई इंडियंस ने सनराइजर्स हैदराबाद को उसके ही मैदान पर 7 विकेट से हरा दिया। ये मुकाबला हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला गया। MI की ये लगातार चौथी जीत रही, जिससे उन्होंने अंक तालिका में तीसरे स्थान पर अपनी जगह मजबूत कर ली है।
हैदराबाद की कमजोर शुरुआत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी सनराइजर्स हैदराबाद की शुरुआत बेहद खराब रही। शुरुआती ओवरों में ही टीम ने अपने 5 विकेट गंवा दिए। एक समय लग रहा था कि टीम 100 रन भी नहीं बना पाएगी, लेकिन अभिषेक शर्मा और ट्रैविस हेड ने थोड़ी स्थिरता दी। इन दोनों के बीच 59 रन की साझेदारी हुई।
अभिषेक शर्मा ने 28 गेंदों में 40 रन बनाए जबकि ट्रैविस हेड ने 29 गेंदों में 28 रन बनाए। हालांकि, बाकी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके और टीम 20 ओवरों में केवल 143/8 रन ही बना सकी।
ट्रेंट बौल्ट का कहर
मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाज़ ट्रेंट बौल्ट ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए हैदराबाद की कमर तोड़ दी। उन्होंने 4 विकेट लिए और SRH के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। उनकी सटीक लाइन और लेंथ ने शुरुआत से ही बल्लेबाजों को परेशान किया।
मुंबई की शानदार बल्लेबाज़ी
144 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई इंडियंस की शुरुआत दमदार रही। कप्तान रोहित शर्मा ने पहले ही ओवर से आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने 46 गेंदों में 70 रन की पारी खेली, जिसमें चौके-छक्कों की भी भरमार रही।
उनके आउट होने के बाद सूर्यकुमार यादव ने मोर्चा संभाला और 19 गेंदों में 40 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। मुंबई ने यह लक्ष्य केवल 15.4 ओवर में हासिल कर लिया और मुकाबला अपने नाम किया।
रोहित और सूर्या की जोड़ी बनी हीरो
इस मुकाबले में रोहित शर्मा की पारी सबसे खास रही। उन्होंने न सिर्फ तेज़ रन बनाए बल्कि टीम को एक मजबूत शुरुआत भी दी। वहीं सूर्यकुमार यादव ने आकर ताबड़तोड़ बैटिंग की और एक बार फिर साबित कर दिया कि वो टीम के लिए फिनिशर की भूमिका बखूबी निभा सकते हैं।
MI का आत्मविश्वास बढ़ा, SRH को करनी होगी वापसी
इस जीत के बाद मुंबई इंडियंस का आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ नजर आ रहा है। टीम का हर विभाग अच्छा प्रदर्शन कर रहा है — बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फील्डिंग सबमें तालमेल दिखाई दे रहा है। वहीं सनराइजर्स हैदराबाद को अपनी कमजोरियों पर ध्यान देना होगा और अगली रणनीति बनानी होगी, क्योंकि लगातार हार टीम के आत्मविश्वास को गिरा सकती है।