
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कनाडा पर विवादित बयान देकर हलचल मचा दी है। बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने कहा कि अगर अमेरिका कनाडा से सामान खरीदना बंद कर दे, तो कनाडा का वजूद ही खत्म हो जाएगा। उनका ये बयान ऐसे समय आया है जब कनाडा में कुछ ही दिनों में आम चुनाव होने वाले हैं और वहां की राजनीति पहले ही गर्माई हुई है।
“कनाडा एक राज्य जैसा बर्ताव करता है”
डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी स्थित ओवल ऑफिस में एक कार्यक्रम के दौरान कहा,
“ईमानदारी से कहूं तो कनाडा एक स्वतंत्र देश की बजाय अमेरिका के राज्य जैसा व्यवहार करता है। अगर हम उनके यहां से कुछ भी लेना बंद कर दें, तो ये देश के तौर पर चल ही नहीं पाएगा।”
ट्रंप यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका को कनाडा से किसी चीज़ की ज़रूरत नहीं है, चाहे वो तेल हो, गाड़ियां हों या कोई और सामान। ट्रंप ने दोहराया कि
“हम अपनी गाड़ियां खुद बना सकते हैं, हमें कनाडा की ज़रूरत नहीं है।”
कनाडा पर आर्थिक दबाव बनाने की धमकी
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर वह फिर से सत्ता में आते हैं, तो वह कनाडा से आयात की जाने वाली गाड़ियों पर भारी टैक्स लगा सकते हैं। उनका मानना है कि इस कदम से कनाडा की अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पड़ेगा।
पहले भी दे चुके हैं विवादास्पद बयान
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने कनाडा के खिलाफ इस तरह की बात कही हो। अपने पिछले कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने कहा था कि
“अमेरिका कनाडा पर इतना निर्भर नहीं है, जितना लोग सोचते हैं। अगर हम चाहें, तो कनाडा को अपना 51वां राज्य बना सकते हैं।”
कनाडा में चुनाव के मद्देनज़र बयान की अहमियत
ट्रंप का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब कनाडा में चुनाव प्रचार जोरों पर है। वहां के राजनेता और आम जनता ट्रंप की इस तरह की बयानबाजी को सीधा राजनीतिक हस्तक्षेप मान रही है। माना जा रहा है कि ट्रंप की टिप्पणियां कनाडा की संप्रभुता और आत्मनिर्भरता पर सवाल उठाती हैं, जिससे वहां की सरकार की छवि पर असर पड़ सकता है।
अमेरिका-कनाडा संबंधों पर असर?
ट्रंप के इस बयान से एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं कि अगर वह 2024 में दोबारा राष्ट्रपति चुने जाते हैं, तो अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक और राजनीतिक रिश्ते कैसे होंगे। कनाडा अमेरिका का निकटतम सहयोगी और सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदारों में से एक है, लेकिन ट्रंप के तेवर इस रिश्ते को चुनौती देते नजर आ रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा पर इस आक्रामक और विवादास्पद बयान ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक बार फिर गर्मी ला दी है। जहां एक ओर यह बयान कनाडा के चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकता है, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी खड़े करता है कि अगर ट्रंप दोबारा सत्ता में आते हैं तो पड़ोसी देशों के साथ अमेरिका के संबंध कैसे होंगे। फिलहाल, कनाडा की जनता और राजनीतिक दल ट्रंप की इन टिप्पणियों को गंभीरता से ले रहे हैं और इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।