
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों की याद में और उनके परिवारों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पटियाला शहर में एक शांति कैंडल मार्च निकाला। इस मार्च में पार्टी के कई विधायक, चेयरमैन, पार्षद और स्थानीय लोग शामिल हुए।
बताया गया कि इस भयानक हमले में 26 मासूम लोगों की जान चली गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले के खिलाफ गुस्सा और दुख व्यक्त करने के लिए यह कैंडल मार्च महात्मा गांधी स्मारक, माल रोड से शुरू होकर काली माता मंदिर तक गया। सभी ने मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और शांति की अपील की।
मार्च की अगुवाई राजपुरा की विधायक नीना मित्तल, पटियाला के विधायक अजीत पाल सिंह कोहली, पंजाब सरकार के मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा, मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बराड़, PRTC के चेयरमैन रणजोध सिंह हडाणा, मेयर कुंदन गोगिया, आप के जिला अध्यक्ष तेजिंदर मेहता और मेघचंद शेरमाजरा समेत कई नेताओं ने की।
विधायक अजीत पाल सिंह कोहली और चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा, “पहलगाम हमला बेहद कायरतापूर्ण और अमानवीय घटना है। इसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं। यह मार्च शांति और न्याय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है।”
चेयरमैन हरचंद सिंह बराड़, मेयर कुंदन गोगिया और अन्य नेताओं ने कहा कि मासूम लोगों की जान जाना दिल दहलाने वाला है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ऐसे कृत्यों की सख्त निंदा करती है और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने के लिए वचनबद्ध है।
दिहाती ज़िला अध्यक्ष मेघचंद शेरमाजरा और शहरी ज़िला अध्यक्ष तेजिंदर मेहता ने कहा, “यह कैंडल मार्च सिर्फ दुख प्रकट करने के लिए नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए है। हम चाहते हैं कि दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा मिले ताकि दोबारा ऐसी घटनाएं न हों।”
मार्च में शामिल लोगों ने एक मिनट का मौन रखकर हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। कैंडल मार्च के दौरान ‘शांति चाहिए, आतंकवाद नहीं’ जैसे नारे भी लगे।
कई सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों ने भी इस मार्च में हिस्सा लिया और एकजुटता दिखाई। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दोहराया कि पार्टी हमेशा हिंसा और कट्टरता के खिलाफ रहेगी और देश में भाईचारा, शांति और इंसानियत को बढ़ावा देती रहेगी।