
पंजाब पुलिस ने राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए 31 मई तक एक कड़ी योजना तैयार की है। राज्य के सभी एसएसपी (सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस) और सीपी (कमिश्नर ऑफ पुलिस) को इस अभियान के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों को तय समय सीमा के भीतर नशे के तस्करों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं। इस अभियान के अंतर्गत, जिन अधिकारियों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहेगा, उन्हें सम्मानित किया जाएगा। वहीं, जिनका कार्य संतोषजनक नहीं होगा, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी पंजाब के डीजीपी (डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस) गौरव यादव ने दी।
पाकिस्तान सीमा पर एंटी-ड्रोन तकनीक का परीक्षण सफल
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पंजाब- पाकिस्तान सीमा पर नशे के तस्करी को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन तकनीक लगाने का काम जारी है। यह तकनीक तस्करों द्वारा ड्रोन के माध्यम से नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने में मदद करेगी। इस तकनीक का परीक्षण पहले ही सफल हो चुका है और इसे सितंबर- अक्टूबर तक पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा। साथ ही, नशे के तस्करी से जुड़े 30 विशेष मामलों के लिए एक अदालत भी बनाई जाएगी, जिसके लिए राज्य सरकार 22.8 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
हवाला नेटवर्क पर कड़ी कार्रवाई
पंजाब पुलिस ने हवाला ऑपरेटरों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक 31 हवाला ऑपरेटरों को गिरफ्तार किया गया है और 8 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जब्त की गई है। पुलिस ने यह भी बताया कि हवाला ऑपरेटरों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है और इसमें पाकिस्तान से जुड़े तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, नशे के तस्करों द्वारा खरीदी गई संपत्तियों को भी जब्त किया जा रहा है।
अवैध कब्जा हटाया जाएगा
पंजाब में नशे के तस्करों द्वारा सरकारी जमीन या इमारतों पर अवैध कब्जा करने के मामलों पर भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है। तस्करों के कब्जे से सरकारी संपत्तियों को मुक्त किया जा रहा है और अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जा रहा है।
नशे के तस्करों को सजा दिलाने में सफलता
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि नशे के तस्करों को सजा दिलाने के मामले में पंजाब पुलिस के परिणाम बहुत अच्छे रहे हैं। अब तक नशे के तस्करी से जुड़े 836 मामलों का फैसला किया जा चुका है, जिनमें से 744 मामलों में दोषियों को सजा दी गई है। 144 तस्करों को 10 साल से ज्यादा की सजा दी गई है। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि दोषियों को कड़ी सजा मिले और नशे के खिलाफ मुहिम को और मजबूती से चलाया जाए।
मुख्यमंत्री भगवंत मान का नशे के खिलाफ संकल्प
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नशे के खिलाफ जारी मुहिम में राज्य सरकार के पूरे समर्थन की बात कही है। उन्होंने कहा कि जब जनता इस अभियान में शामिल होती है, तो इसके परिणाम अच्छे होते हैं। उन्होंने एक हेल्पलाइन की शुरुआत भी की है, जिससे लोग नशे की लत से मुक्ति पा सकें। मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया है कि पंजाब को नशे से मुक्त किया जाएगा और इसके लिए सभी कदम उठाए जाएंगे।
तस्करों के आलीशान घरों पर बुलडोजर
पंजाब सरकार नशे के तस्करों के खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई कर रही है। अवैध रूप से बनाए गए तस्करों के आलीशान घरों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। अब तक 67 से ज्यादा तस्करों के घरों को तोड़ा जा चुका है। इसके अलावा, 4659 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 7414 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
31 मई तक कार्रवाई का आदेश
मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों के तहत, डीजीपी ने एसएसपी और सीपी को 31 मई तक नशे के तस्करों को पकड़ने के कड़े आदेश दिए हैं। यदि इस तिथि के बाद भी तस्करी जारी रहती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान के तहत पुलिस 360 डिग्री दृष्टिकोण से काम कर रही है और नशे के तस्करों को पूरी तरह से जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।