
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इसका सीधा असर अब पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिल रहा है। बुधवार को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (PSX) में बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिसमें शेयर बाजार 2,000 अंकों से ज्यादा लुढ़क गया।
भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई की आशंका से मचा हड़कंप
मंगलवार शाम को पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्ला तारार ने दावा किया कि उनके पास यह पक्की जानकारी है कि भारत अगले 24 से 36 घंटों में सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इस बयान ने पाकिस्तान में अनिश्चितता और डर का माहौल और बढ़ा दिया।
उधर, भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा अधिकारियों के साथ एक हाई-लेवल बैठक कर उन्हें पूरी “ऑपरेशनल फ्रीडम” यानी कार्रवाई की पूरी छूट दे दी है। इसका सीधा असर बुधवार सुबह कराची स्टॉक एक्सचेंज-100 इंडेक्स पर दिखा, जो 1.5% की गिरावट के साथ 113,154.83 पर बंद हुआ, जबकि पिछला बंद 114,872.18 था।
निवेशकों में डर, बाजार में बेचैनी
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट केवल आर्थिक कारणों से नहीं बल्कि भय और अनिश्चितता की वजह से है। चेज़ सिक्योरिटीज के रिसर्च डायरेक्टर यूसुफ फारूक ने बताया कि निवेशकों को डर है कि अगर भारत की ओर से हमला होता है तो हालात और बिगड़ सकते हैं। वहीं, AKD सिक्योरिटीज की फातिमा बुचा ने बताया कि सूचना मंत्री की प्रेस ब्रीफिंग के बाद निवेशकों की चिंता और बढ़ गई है।
कारोबारी भी हैं परेशान
ऑल कराची ट्रेड यूनियन एसोसिएशन के अध्यक्ष अतीक मीर ने कहा कि इस तनाव की वजह से न केवल शेयर बाजार प्रभावित हुआ है, बल्कि आम बाजार और व्यापार भी सामान्य ढंग से नहीं चल रहा। उन्होंने कहा कि हर कोई डरा हुआ है और जानना चाहता है कि अगला कदम क्या होगा। कई खरीदारी केंद्रों और दुकानों में आम दिनों की तुलना में काफी कम रौनक है।
भारत के कड़े कदम
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई राजनयिक और रणनीतिक फैसले लिए हैं। इनमें शामिल हैं:
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पाकिस्तान के सैन्य अटैचियों को भारत से निकालना
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1960 की सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से रोकना
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अटारी लैंड ट्रांजिट पोस्ट को तत्काल बंद करना
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पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों में कटौती
इन कदमों का असर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी देखा जा रहा है, जहां पाकिस्तान अलग-अलग देशों और संगठनों से समर्थन मांगता नजर आ रहा है।
क्या होगा आगे?
भारत की ओर से किसी भी सैन्य कार्रवाई की स्पष्ट घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जिस तरह से रक्षा अधिकारियों को कार्रवाई की पूरी छूट दी गई है, उससे पाकिस्तान में सिर्फ अफवाहें ही नहीं, बल्कि डर और आर्थिक अस्थिरता भी फैल गई है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का रुख सख्त होता जा रहा है, और इसका सीधा असर पाकिस्तान के अंदरूनी हालात पर पड़ा है। शेयर बाजार की गिरावट, बाजारों में सन्नाटा और व्यापारिक जगत की चिंता इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान को न केवल कूटनीतिक मोर्चे पर, बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।