
पंजाब और हरियाणा के बीच पानी को लेकर वर्षों पुराना विवाद एक बार फिर गर्मा गया है। ताजा हालातों में हरियाणा की तरफ से पानी की कमी की शिकायत के बाद यह मुद्दा फिर सुर्खियों में आ गया है। अब दोनों राज्यों के नेता एक-दूसरे पर जमकर बयानबाज़ी कर रहे हैं, जिससे मामला और ज्यादा तूल पकड़ता जा रहा है।
इस पूरे विवाद के बीच पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने एक कड़ा संदेश देते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने साफ-साफ कहा कि, “पंजाब का पानी हमारे लोगों की जीवन रेखा है। एक भी बूंद गैर-कानूनी तरीके से हरियाणा को नहीं दी जाएगी। यह पंजाब के हकों की लड़ाई है और हम हर कीमत पर इसकी रक्षा करेंगे।”
हरियाणा ने हाल ही में भाखड़ा-ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) से पानी की अतिरिक्त आपूर्ति की मांग की थी, यह कहते हुए कि राज्य में पानी की भारी कमी है। इसके जवाब में पंजाब सरकार ने पहले इंसानियत के नाते कुछ अतिरिक्त पानी देना शुरू किया था, लेकिन अब हरियाणा की बढ़ती मांग और BBMB द्वारा हरियाणा को 8500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी देने के फैसले पर पंजाब सरकार ने कड़ा विरोध जताया है।
पंजाब का कहना है कि राज्य में पहले ही सिंचाई और पीने के पानी की कमी है। डैमों का जल स्तर खतरनाक रूप से नीचे जा चुका है और अगर पानी ऐसे ही बाहर दिया जाता रहा, तो पंजाब के किसान और आम जनता गंभीर संकट में आ जाएगी।
हरजोत बैंस का यह बयान यह साफ दर्शाता है कि आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार अब और झुकने के मूड में नहीं है। राज्य सरकार का कहना है कि पंजाब के हकों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अगर ज़रूरत पड़ी तो कानूनी लड़ाई भी लड़ी जाएगी।
इस विवाद से एक बात तो साफ है—आने वाले दिनों में पंजाब और हरियाणा के बीच पानी को लेकर तनाव और बढ़ सकता है।