
भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) द्वारा हरियाणा को अतिरिक्त पानी देने के फैसले ने पंजाब की सियासत में एक बार फिर आग लगा दी है। इस मुद्दे को लेकर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर पंजाब के जल अधिकारों की अनदेखी की गई, तो अकाली दल राज्यव्यापी बड़ा आंदोलन शुरू करेगा।
सुखबीर बादल ने कहा कि भाजपा शासित राज्य – हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली – मिलकर पंजाब के हिस्से के पानी पर डाका डालने की साजिश कर रहे हैं। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड की हालिया बैठक में इन राज्यों ने एकजुट होकर पंजाब का पानी छीनने का षड्यंत्र रचा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम पंजाब के किसानों के साथ सीधी नाइंसाफी है और प्रदेश की खेती व अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब के प्राकृतिक संसाधनों की यह लूट और जबरदस्ती भाजपा की एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा लगती है। अगर इसे समय रहते नहीं रोका गया, तो इसके नतीजे बेहद खतरनाक होंगे।
सुखबीर बादल ने केंद्र सरकार से मांग की है कि भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड में पंजाब के बिजली विभाग के प्रतिनिधि को फिर से शामिल किया जाए और हरियाणा को अतिरिक्त पानी देने की मंजूरी को तुरंत रद्द किया जाए।
इसके साथ ही उन्होंने पंजाब सरकार से भी अपील की कि वह सख्त कदम उठाकर यह सुनिश्चित करे कि राज्य से किसी भी हेडवर्क्स (जल वितरण केंद्र) के माध्यम से हरियाणा को अतिरिक्त पानी न भेजा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जो अतिरिक्त पानी पहले से छोड़ा जा रहा है, उसे भी तुरंत रोका जाए।
सुखबीर बादल ने साफ चेतावनी दी कि अगर पंजाब सरकार केंद्र और हरियाणा के दबाव में आकर झुकती है, तो शिरोमणि अकाली दल पंजाब के जल अधिकारों की रक्षा के लिए एक बड़ा मोर्चा खोलेगा। यह लड़ाई सिर्फ पानी की नहीं, पंजाब के अस्तित्व की है।
यह मुद्दा अब एक भावनात्मक और राजनीतिक रूप से अहम सवाल बन चुका है, जिससे आने वाले दिनों में पंजाब की सियासत में और उबाल आ सकता है।