गोल्ड की कीमतों में नरमी, क्या है निवेश का सही मौका? जानिए पूरी रिपोर्ट

पिछले कुछ महीनों से सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी, लेकिन अब इसमें थोड़ी नरमी आनी शुरू हो गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1 मई 2025 को सोने का भाव दो हफ्तों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। डॉलर की मजबूती और वैश्विक तनावों में थोड़ी राहत मिलने से सोने की चमक कुछ फीकी पड़ी है। ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि क्या अब गोल्ड खरीदने का सही समय है?
भारतीय बाजार में सोने की कीमतें
गुरुवार को भारत में सोने के भाव में करीब 2300 रुपये तक की गिरावट देखने को मिली। 22 कैरेट सोना 87,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर और 24 कैरेट सोना 95,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब कारोबार कर रहा है। इसके अलावा, चांदी की कीमतें भी 1 लाख रुपये प्रति किलो से नीचे आ गई हैं और यह अब 99,900 रुपये प्रति किलो पर बिक रही है।
क्यों आई है सोने की कीमतों में गिरावट?
इस गिरावट के पीछे कई अंतरराष्ट्रीय कारण हैं:
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डॉलर की मजबूती: अमेरिकी डॉलर दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले 0.4% तक मजबूत हुआ है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो दूसरे देशों के लिए सोना महंगा हो जाता है, जिससे इसकी डिमांड कम होती है।
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वैश्विक व्यापार तनाव में कमी: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ संभावित व्यापार समझौतों का इशारा किया है। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में तनाव कुछ कम हुआ है।
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अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुस्ती: पिछले तिमाही में अमेरिका की अर्थव्यवस्था तीन साल में पहली बार सिकुड़ी है। इस वजह से यह उम्मीद लगाई जा रही है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिससे गोल्ड की कीमतों पर असर पड़ सकता है।
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चीन में बाजार बंद: चीन में 1 से 5 मई तक लेबर डे की छुट्टियों के कारण व्यापारिक गतिविधियों में सुस्ती है, जिससे गोल्ड ट्रेडिंग का वॉल्यूम भी कम हुआ है।
भारत में गोल्ड की मांग कैसी रही?
भारत में अक्षय तृतीया जैसे पारंपरिक त्योहारों पर सोने की खरीदारी एक आम परंपरा है। इस साल भी, ऊंची कीमतों के बावजूद देशभर में अच्छी मांग देखी गई। मालाबार गोल्ड के चेयरमैन एमपी अहमद ने कहा कि इस साल अक्षय तृतीया पर देशभर के स्टोर्स में ग्राहकों की अच्छी संख्या देखने को मिली। इससे पता चलता है कि सोने से भारतीयों का गहरा सांस्कृतिक जुड़ाव है।
उन्होंने कहा कि निवेश के साथ-साथ शादी-ब्याह के मौकों ने भी डिमांड को मजबूत बनाए रखा। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में लोगों ने निवेश के तौर पर सोना खरीदा।
क्या यह गोल्ड खरीदने का सही समय है?
वित्तीय सलाहकारों की मानें तो अभी सोने में “गिरावट पर खरीदारी” की रणनीति अपनाना सबसे बेहतर है। Angel One के चीफ टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट तेजस शिग्रेकर का कहना है कि आने वाले समय में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है, लेकिन लंबी अवधि के लिए यह एक अच्छा निवेश विकल्प है।
वहीं, ग्लोबल मैक्रो रिसर्च हेड इल्या स्पिवक का मानना है कि व्यापार युद्ध को लेकर डर थोड़ा कम जरूर हुआ है, लेकिन निवेशकों का भरोसा पूरी तरह से बहाल नहीं हुआ है। इसका मतलब है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में हलचल जारी रह सकती है।
अगर आप गोल्ड में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो मौजूदा गिरावट आपके लिए एक अच्छा मौका हो सकता है। हालांकि, बाजार की चाल पर नजर बनाए रखें और छोटे-छोटे हिस्सों में निवेश करना बेहतर रहेगा। त्योहारों और शादी के सीजन में सोने की मांग बनी रहने की उम्मीद है, जिससे कीमतें फिर से ऊपर जा सकती हैं। इसलिए सोच-समझकर, प्लानिंग के साथ निवेश करें।