
पिछले कुछ हफ्तों में रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुँचने के बाद अब सोने की कीमतों में तेज गिरावट देखी जा रही है। घरेलू बाजार में जहां सोना पहले ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुँच गया था, वहीं अब इसकी कीमत घटकर लगभग ₹93,000 प्रति 10 ग्राम रह गई है। यानी निवेशकों के लिए सोना अब करीब ₹7,000 सस्ता हो चुका है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी आई गिरावट
केवल भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक बाजारों में भी सोने की चमक कुछ फीकी पड़ी है। अमेरिका के कॉमैक्स (COMEX) मार्केट में स्पॉट गोल्ड लगभग 2% की गिरावट के साथ $3,255.60 प्रति औंस पर पहुंच गया है। जानकारों का मानना है कि यह गिरावट अभी और जारी रह सकती है।
गिरावट की बड़ी वजहें
विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया के प्रमुख देशों जैसे अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव में कमी आई है, जिससे सोने की “सुरक्षित निवेश” के रूप में मांग घट गई है। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखने के संकेत भी निवेशकों को सोने से दूर कर रहे हैं।
निवेशकों में अब मुनाफा बुकिंग का दौर भी शुरू हो गया है। यानी जिन्होंने पहले ऊँचे दाम पर सोना खरीदा था, वे अब उसे बेचकर लाभ ले रहे हैं। इसी कारण बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ गया है।
क्या था पिछला उछाल?
विशेषज्ञों का मानना है कि हाल की तेजी “डर की लहर” के चलते आई थी। जब वैश्विक तनाव या अनिश्चितता बढ़ती है, तो निवेशक आमतौर पर सोने की ओर रुख करते हैं। यही कारण था कि सोना 90,000 से 99,000 रुपये के बीच चला गया था। लेकिन अब इसे केवल एक “बुलबुले वाला पड़ाव” माना जा रहा है।
क्या अब और गिरेगा सोना?
जानकारों के अनुसार, अब मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमत ₹88,000 से ₹89,000 तक गिर सकती है। वहीं, COMEX पर यह $2,950 से $3,000 के बीच आ सकती है। हालांकि कुछ विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि सोना ₹91,200–₹91,600 के स्तर पर स्थिर हो सकता है।
चांदी की ओर बढ़ रही है नजर
जबकि सोने में गिरावट देखी जा रही है, चांदी को लेकर बाजार में सकारात्मक उम्मीदें हैं। विशेषज्ञ अब चांदी बनाम सोना के अनुपात की ओर ध्यान दे रहे हैं, जो इस समय ऐतिहासिक ऊँचाई पर है। जब भी यह अनुपात 80 से ऊपर जाता है, चांदी आमतौर पर सोने से बेहतर प्रदर्शन करती है।
इस अनुपात का मतलब है कि अगर 1 औंस सोने की कीमत 80 औंस चांदी के बराबर हो, तो चांदी की तुलना में सोना महँगा है। ऐसे में निवेशक चांदी को ज़्यादा पसंद करते हैं, जिससे इसकी कीमतें बढ़ सकती हैं।
क्या करें निवेशक?
अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह समय चांदी की ओर ध्यान देने का हो सकता है। बाजार विशेषज्ञ इसे एक बेहतर अवसर मान रहे हैं, खासकर जब सोने में मुनाफा निकालने का दौर शुरू हो चुका है।
कुल मिलाकर, सोने की कीमतों में आई गिरावट निवेशकों के लिए सतर्क रहने का संकेत है, जबकि चांदी में निवेश का एक नया मौका दिखाई दे रहा है।