
भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाते हुए उसके साथ होने वाले हर तरह के व्यापार पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसका मतलब है कि अब ना तो कोई सामान पाकिस्तान से भारत आएगा और ना ही भारत से पाकिस्तान जाएगा। यह फैसला 2 मई को वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक नोटिफिकेशन में लिया गया है।
पहले भारत ने पाकिस्तान के साथ सीधे व्यापार को बंद किया था, लेकिन अब अप्रत्यक्ष व्यापार यानी किसी तीसरे देश के जरिए होने वाले लेनदेन पर भी पाबंदी लगा दी गई है। यह पाकिस्तान के लिए एक बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि उसकी अर्थव्यवस्था पहले ही गहरे संकट से गुजर रही है।
भारत सरकार ने साफ किया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करता रहेगा, तब तक उसे किसी भी तरह का सहयोग नहीं दिया जाएगा – चाहे वो कूटनीतिक हो या व्यापारिक। यह फैसला दिखाता है कि भारत अब सख्त रुख अपनाने को तैयार है।
वाणिज्य मंत्रालय उन सभी उत्पादों की सूची तैयार कर रहा है जिनका भारत से आयात या निर्यात अब पूरी तरह बंद रहेगा। इसमें पाकिस्तान से आने वाले सूखे मेवे, सीमेंट और अन्य चीजें शामिल हैं जो अब भारत में किसी भी माध्यम से नहीं आ सकेंगी। यहाँ तक कि ई-कॉमर्स वेबसाइट्स के जरिए पाकिस्तान से मंगाई जाने वाली चीजों पर भी रोक लगा दी गई है।
इस निर्णय से पाकिस्तान की कई ऐसी इंडस्ट्रीज़ प्रभावित होंगी जो भारत पर निर्भर थीं। खास तौर पर वे छोटे उद्योग जो भारतीय बाजार से सामान लेकर चलते थे, अब उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। भारत से सामान न मिल पाने की वजह से उत्पादन पर असर पड़ेगा और रोज़गार भी घटेगा।
इस फैसले का असर दोनों देशों के संबंधों पर भी पड़ेगा। भारत पहले ही पाकिस्तान को ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा वापस ले चुका है, और अब इस नई पाबंदी से रिश्ते और भी ठंडे हो सकते हैं। लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि देश की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
भारत का यह कदम न केवल पाकिस्तान को आर्थिक तौर पर झटका देने वाला है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक संदेश देता है कि भारत अब कड़े फैसले लेने में पीछे नहीं हटेगा। भारत दुनिया को यह बताना चाहता है कि वह आतंकवाद को किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगा।
इस पाबंदी के तहत पाकिस्तान से किसी भी रास्ते से सामान भारत में नहीं आ सकेगा – चाहे वह सीधा ट्रांसपोर्ट हो, ऑनलाइन डिलीवरी हो या किसी और देश के जरिए हो रहा व्यापार। अब भारत की सीमाओं पर सख्ती और बढ़ाई जाएगी और कस्टम विभाग को विशेष निर्देश दिए गए हैं।