
भाखड़ा डैम (बीबीएमबी) को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे पानी विवाद में अब पंजाब सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने स्पष्ट किया है कि जब तक पंजाब के पानी के हक सुरक्षित नहीं हो जाते, तब तक डैम पर तैनात पंजाब पुलिस को नहीं हटाया जाएगा।
अमन अरोड़ा ने यह बयान एक कम्युनिटी हेल्थ सेंटर का नींव पत्थर रखने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो वे खुद भाखड़ा डैम पर बैठने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उनका यह बयान पंजाब सरकार के पानी पर अधिकार को लेकर मजबूत इरादे को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार चाहे सुप्रीम कोर्ट जाए या किसी अन्य संवैधानिक मंच पर – यह उसका अधिकार है, लेकिन पंजाब किसी भी हालत में अपना हक और पानी दूसरे को लुटाने के लिए तैयार नहीं है। अमन अरोड़ा ने बताया कि हरियाणा को ज़रूरत है 1700 क्यूसेक पानी की, लेकिन पंजाब पहले से ही उसे 4000 क्यूसेक पानी दे रहा है। अब जब हरियाणा ने 8500 क्यूसेक पानी की मांग की है, तो यह किसी भी हाल में मंज़ूर नहीं किया जा सकता।
कैबिनेट मंत्री ने विरोधी दलों से अपील की कि वे इस गंभीर मुद्दे पर अपने राजनीतिक हितों को किनारे रखकर पंजाब सरकार का साथ दें। उन्होंने बीजेपी नेता सुनील जाखड़ को भी संदेश देते हुए कहा कि उन्हें एक सच्चे पंजाबी होने का फर्ज़ निभाते हुए केंद्र सरकार के सामने पंजाब का पक्ष मजबूती से रखना चाहिए।
अमन अरोड़ा ने यह भी कहा कि पंजाब के पास अब किसी और राज्य को देने के लिए एक बूंद भी अतिरिक्त पानी नहीं बचा है। यह संकट केवल सरकार का नहीं, बल्कि पंजाब के भविष्य और किसानों के जीवन का मुद्दा है।
इस बयान के साथ पंजाब सरकार ने यह साफ कर दिया है कि वह अपने हक के लिए पूरी मजबूती से खड़ी है और किसी भी दबाव में झुकने को तैयार नहीं है। भाखड़ा डैम पर पुलिस तैनाती इसी दृढ़ निश्चय का संकेत है कि पंजाब अब अपने संसाधनों को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाएगा।