
पंजाब विधानसभा में पानी को लेकर चल रही गरमागरम बहस के दौरान कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने भावुक लेकिन सशक्त भाषण दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब एक जज़्बाती राज्य है और पानी सिर्फ एक साधन नहीं, बल्कि हमारी आत्मा और जीवन की सांस है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यदि पानी नहीं रहा, तो पंजाब भी नहीं रहेगा।
हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि पंजाब की आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था पूरी तरह से खेती पर आधारित है, और खेती के लिए पानी जीवनरेखा है। उन्होंने दुख जताया कि पिछले 50-60 सालों में खेतीबाड़ी को लेकर कोई बड़ा सुधार नहीं हुआ, और भूजल का जरूरत से ज़्यादा दोहन होता रहा, जिसकी वजह से आज पंजाब के कई इलाके डार्क ज़ोन में पहुंच गए हैं – यानी ऐसे क्षेत्र जहां भूजल स्तर बेहद नीचे चला गया है।
मंत्री ने बताया कि मौजूदा मान सरकार ने पिछले तीन सालों में ऐसे गांवों तक भी पानी पहुंचाया है जहां लोगों को पीने का पानी तक मयस्सर नहीं था। यह सरकार की पानी को लेकर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
हरजोत बैंस ने यह भी आरोप लगाया कि भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) ने पंजाब की सैकड़ों एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है, और इस पर भी अब सवाल उठाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाब ने देश के लिए सबसे ज़्यादा कुर्बानियां दी हैं, आज भी पंजाबी शहादत दे रहे हैं, फिर भी उनके साथ अन्याय क्यों किया जा रहा है?
मंत्री ने हरियाणा को एक भी बूंद पानी देने से इनकार करते हुए कहा कि हमारे पास अतिरिक्त पानी है ही नहीं, इसलिए जबरदस्ती पानी देने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि पंजाब अब अपने पानी के हक की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेगा और किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं सहन करेगा।
हरजोत सिंह बैंस का यह बयान साफ संकेत है कि पंजाब सरकार अब पानी के मुद्दे पर राजनीतिक और संवैधानिक लड़ाई लड़ने को तैयार है और वह हर कदम पर राज्य के हितों की रक्षा करेगी।