
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद गृह मंत्रालय ने एक अहम फैसला लिया है। कल यानी 7 मई 2025 को पूरे देश में बड़े पैमाने पर मॉक ड्रिल कराई जाएगी। यह 1971 के बाद पहली बार है जब केंद्र सरकार ने इस तरह का आदेश जारी किया है।
**क्यों हो रही है यह ड्रिल?**
– पहलगाम हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना
– पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही घुसपैठ और मिसाइल परीक्षणों के मद्देनजर तैयारियों को जांचना
– आम नागरिकों को आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना
**क्या होगा इस ड्रिल में?**
1. **हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली** की जांच
2. **क्रैश ब्लैकआउट** (बिजली कटौती) की तैयारियों का आकलन
3. **नागरिक सुरक्षा दलों** की प्रतिक्रिया क्षमता की जांच
4. **स्कूल-कॉलेजों** में छात्रों को सुरक्षा प्रोटोकॉल सिखाना
5. **अहम इमारतों और संस्थानों** को छिपाने की प्रक्रिया
**कौन लेंगे भाग?**
– सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की नागरिक सुरक्षा टीमें
– होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस और एनवाईकेएस के स्वयंसेवक
– स्कूल-कॉलेज के छात्र और शिक्षक
– स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें
**पाकिस्तान से बढ़ता तनाव**
यह आदेश ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान ने 48 घंटों में दूसरा मिसाइल परीक्षण किया है। पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ ने दावा किया कि यह परीक्षण दिखाता है कि उनकी सेना “मजबूत हाथों” में है।
**PM मोदी की हाई-लेवल मीटिंग**
इस ड्रिल का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद लिया गया। इस बैठक में पहलगाम हमले पर भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई पर भी चर्चा हुई।
**गांव-गांव तक होगी तैयारी**
गृह मंत्रालय के आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यह अभ्यास गांव स्तर तक किया जाएगा। मुख्य उद्देश्य है:
– हर नागरिक को आपात स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण देना
– सुरक्षा तंत्र की कमियों को पहचानना
– देशव्यापी समन्वय सुनिश्चित करना
**आम जनता के लिए सलाह**
1. स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें
2. निकटतम बंकर या सुरक्षित स्थान का पता पहले से लगा लें
3. आपातकालीन नंबर (112/100) हमेशा याद रखें
4. बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
**विशेष जानकारी:**
– कई शहरों में सायरन बजाए जाएंगे
– अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है