
अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत 7 मई को एक विशेष अभ्यास किया जाएगा। इस अभ्यास का उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति, जैसे हवाई हमले, से निपटने की तैयारियों को परखना और आम जनता को जागरूक करना है।
इस अभ्यास के अंतर्गत मंगलवार शाम 4 बजे एक सायरन बजेगा, जो हवाई हमले की चेतावनी का संकेत होगा। प्रशासन की ओर से नागरिकों से अपील की गई है कि जैसे ही यह सायरन बजे, वे तुरंत ऊँची इमारतों को छोड़ दें और किसी खुले स्थान या ज़मीन के नीचे बने बंकरों में चले जाएं। अगर किसी के पास ऐसा कोई सुरक्षित स्थान नहीं है, तो वे पेड़ों के नीचे या खुले में ज़मीन पर लेट जाएं, ताकि खुद को सुरक्षित रख सकें।
साक्षी साहनी ने बताया कि जो लोग इमारतों के अंदर हैं, वे खिड़कियों और खासतौर पर शीशों से दूर हो जाएं। साथ ही गैस और बिजली के कनेक्शन बंद कर दें। घरों में पीने के पानी और खाने-पीने की जरूरी वस्तुओं का स्टॉक तैयार रखें।
उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान सड़कों पर चलने वाले लोग और वाहन अगर किसी इमरजेंसी गाड़ी जैसे फायर ब्रिगेड या एंबुलेंस को देखें, तो तुरंत उन्हें रास्ता दें। इस अभ्यास का मकसद लोगों को प्रशिक्षित करना है ताकि किसी भी आपात स्थिति में सभी सतर्क और तैयार रहें।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि यह केवल अभ्यास है, इसलिए किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। इसी दिन रात 10 बजे ब्लैकआउट का अभ्यास भी किया जाएगा। ब्लैकआउट के दौरान पूरे शहर की लाइटें बंद कर दी जाएंगी और जनता से अनुरोध है कि वे अपने घरों में इन्वर्टर या जनरेटर का उपयोग न करें। अगर किसी विशेष कारण से उन्हें जनरेटर या इन्वर्टर चलाना ही पड़े, तो इस बात का खास ध्यान रखें कि उसकी रोशनी खिड़की या दरवाज़े से बाहर न निकले।
उन्होंने यह भी बताया कि सीसीटीवी कैमरों में जो लाइट अंधेरे में अपने आप जल जाती है, उसे भी ब्लैकआउट अभ्यास के दौरान बंद कर दिया जाए। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पूरे शहर में पूर्ण अंधकार की स्थिति दिखाई दे।
डिप्टी कमिश्नर ने वाहन चालकों से भी अनुरोध किया है कि अगर कोई व्यक्ति रात को सड़क पर यात्रा कर रहा हो, तो वह अपनी गाड़ी को सड़क से नीचे लाकर किसी खुले स्थान पर खड़ा कर दे और उसके हेडलाइट्स बंद कर दे।
यह अभ्यास पूरी तरह से जनता की सुरक्षा और सतर्कता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है। प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभ्यास में पूरा सहयोग दें और घबराएं नहीं। जागरूकता और तैयारी ही किसी भी आपात स्थिति से सुरक्षित निकलने का सबसे प्रभावी तरीका है।