
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल के बीच पाकिस्तान ने शुक्रवार, 9 मई 2025 को फिर एक उकसावे वाली हरकत की। इस बार पाकिस्तान ने सिविल एयरलाइन की आड़ में भारत के कई हिस्सों में ड्रोन हमले की कोशिश की। हालांकि, भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इस पूरी साजिश को नाकाम कर दिया और पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
ड्रोन हमलों की योजना: 26 जगहों को बनाया गया निशाना
पाकिस्तान की तरफ से किए गए ड्रोन हमलों की योजना बेहद खतरनाक थी। जम्मू-कश्मीर के बारामुल्ला से लेकर गुजरात के भुज तक 26 जगहों को निशाना बनाया गया। इन इलाकों में बारामुल्ला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कुआरबेट और लाखी नाला जैसे नाम शामिल हैं।
इन ड्रोन में संदिग्ध हथियार लोड किए गए थे, जिनका मकसद सैन्य ठिकानों और नागरिक इलाकों को नुकसान पहुंचाना था। एक ड्रोन फिरोजपुर में एक रिहायशी इलाके में गिरा, जिससे एक परिवार के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज जारी है।
भारतीय सेना की त्वरित प्रतिक्रिया
जैसे ही ड्रोन भारतीय सीमा में दाखिल हुए, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित एक्शन लिया। अत्याधुनिक काउंटर-ड्रोन सिस्टम की मदद से सभी ड्रोन को हवा में ही मार गिराया गया। सेना पूरे इलाके पर पैनी नजर बनाए हुए है और संभावित खतरों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाई गई
इन घटनाओं के बाद सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्थानीय लोगों को सलाह दी गई है कि वे घरों के अंदर रहें और अनावश्यक आवाजाही से बचें। प्रशासन ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता और सावधानी जरूरी है।
गुजरात में ड्रोन और पटाखों पर रोक
घटना के बाद गुजरात सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में ड्रोन और पटाखों के इस्तेमाल पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 15 मई 2025 तक किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम, शादी या अन्य समारोह में ड्रोन और पटाखों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
पाकिस्तान की यह हरकत एक बार फिर उसकी नीयत को उजागर करती है। हालांकि भारतीय सुरक्षा बलों ने न केवल इस साजिश को विफल किया, बल्कि देशवासियों को सुरक्षित भी रखा। अब जरूरत है सतर्क रहने की और ऐसे हमलों को लेकर हर स्तर पर तैयार रहने की। भारत ने एक बार फिर दिखा दिया है कि उसकी रक्षा प्रणाली हर हालात में मजबूत और भरोसेमंद है।