
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में बढ़े तनाव और घटनाक्रम के बाद, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य को विशेष पैकेज देने की मांग की है। उन्होंने पंजाब को देश की शस्त्र उठाने वाली भुजा बताते हुए कहा कि राज्य का योगदान अब तक नजरअंदाज किया गया है। यह बयान उन्होंने पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में दिया, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी शामिल हुए थे।
पंजाब का योगदान और विशेष पैकेज की मांग
सीएम भगवंत मान ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि चाहे युद्ध हो या कोई और संकट, पंजाब और पंजाबी हमेशा अग्रिम मोर्चे पर रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हर संघर्ष या तनाव के दौरान पंजाब को सबसे पहले नुकसान उठाना पड़ता है, और ऐसे में राज्य को उसके योगदान के लिए विशेष दर्जा मिलना चाहिए। उनका कहना है कि जैसे जम्मू-कश्मीर और कुछ पहाड़ी राज्यों को विशेष पैकेज दिया जाता है, वैसे ही पंजाब को भी इस तरह का पैकेज मिलना चाहिए।
सीमा क्षेत्र भत्ते की मांग
मुख्यमंत्री मान ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पंजाब न सिर्फ देश का अन्नदाता है, बल्कि शस्त्र उठाने वाली भुजा भी है, लेकिन इसके योगदान को अब तक नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने भारत सरकार से यह भी मांग की कि राज्य सरकार सीमावर्ती जिलों में तैनात डॉक्टरों, शिक्षकों, आंगनवाड़ी और अन्य कर्मचारियों के लिए सीमा क्षेत्र भत्ते की मांग उठाएगी।
सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करेंगे सीएम मान
सीएम भगवंत मान ने यह भी घोषणा की कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के मद्देनजर जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन करने के लिए रविवार से राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करेंगे। इस दौरान वह सीमावर्ती इलाकों के हालात का जायजा लेंगे और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा करेंगे।
पीएम मोदी से मुलाकात की योजना
चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने बैठक में पंजाब के लिए विशेष पैकेज की मांग को लेकर राजनीतिक दलों के सुझाव का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि सभी दलों ने सहमति जताई कि पंजाब के लिए विशेष पैकेज की मांग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रखा जाए। कटारिया ने कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और इसके लिए विशेष पैकेज की बात उचित है। इसके साथ ही उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं के लिए नौकरियों में आरक्षण की भी मांग की।
सतर्कता बनी रहेगी
भारत-पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुई सहमति पर कटारिया ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि सुरक्षा में ढील दी जाएगी। उन्होंने कहा कि चौकसी बनाए रखना जरूरी है और सभी सुरक्षा बलों को अलर्ट रहना होगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का यह कदम राज्य के सीमावर्ती इलाकों के लिए एक बड़ी राहत हो सकता है, क्योंकि उन्होंने न सिर्फ विशेष पैकेज की मांग की है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात कर्मचारियों के लिए सीमा क्षेत्र भत्ते की बात भी उठाई है। साथ ही, उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात करने की योजना बनाई है, जिससे पंजाब को अतिरिक्त सहायता मिल सकती है।